कवर्धा: जिले के बड़ा हिस्सा जंगल है. जिसकी सुरक्षा के लिए वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की लंबी चौड़ी टीम लगाई गई है. जिले के कई इलाके खारा, सहसपुर लोहारा, रेंगाखार, भोरमदेव, बोडला, चिल्फी के लगभग 10 रेंजों में 300 से अधिक बीट हैं. लेकिन उसके बाद भी वन विभाग जंगल की अवैध कटाई रोकने में असफल साबित हो रहा है. रेंगाखार रेंज में भी लगातार कटाई चल रही है, आलम यह है कि, वन विभाग के दफ्तर के आस-पास अवैध कटाई चल रही है.
खेत तैयार कर रहे हैं ग्रामीण
समनापुर मार्ग जाने वाले मुख्य मार्ग पर ही अवैध कटाई का नजरा आसानी से देखा जा सकता है. सड़क के आसपास ही पेड़ों की अवैध कटाई की जा रही है. वहीं रेंगाखार रेंज के भी क्षेत्रों भी लगातार पेड़ों की अवैध अटाई की जा रही है और जंगल को काट कर खेत में तब्दील किया जा रहा है.
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लगातार कटाई से नहीं आ रहे वन्यजीव
यह पूरा क्षेत्र कान्हा और भोरमदेव अभ्यारण्य से लगा हुआ है. ऐसे में इस इलाके में वन्यप्राणियों की आवाजाही लगी रहती थी, लेकिन लगातार हो रही कटाई से वन्यजीव नजर ही नहीं आते हैं. वन विभाग की मानें तो पहले रेंगाखार क्षेत्र मे स्टफ की कमी थी, इसलिए चोर सक्रिय थे. लेकिन अब स्टाफ को होने के बाद जंगल की अच्छे से देखरेख हो रही है.
लकड़ियों को अच्छे दाम में बेच रहे ग्रामीण
वहीं वन विभाग के नाक के नीचे ग्रामीण पेड़ों की कटाई कर रहे हैं. ग्रामीण पेंड़ों को काट कर अपने लिए खेत तैयार कर रहे हैं. इसके साथ ही कटाई के बाद ग्रामीण लकड़ियों को ऊंची कीमत में बेच भी रहे हैं.