कवर्धा: महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में डेल्टा+ वेरिएंट (Delta+ Variants) के दस्तक के बाद, छत्तीसगढ़ में कोरोना की तीसरी लहर (third wave of corona) का खतरा बढ़ गया है. तीसरी लहर में सबसे ज्यादा खतरा छोटे बच्चों पर ऊपर मंडरा रहा है. जिसे देखते हुए कवर्धा जिला स्वास्थ्य विभाग अलर्ट (Kawardha District Health Department Alert) है. कवर्धा जिले स्वास्थ्य विभाग (Kawardha District Health Department) द्वारा 340 ऑक्सीजन बेड का लक्ष्य रखा गया है. वहीं 240 ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर बेड की तैयारी कर ली गई है. इसके साथ ही ब्लॉक स्तर पर भी ऑक्सीजन बेड की तैयारी की जा रही है. इसके साथ ही जिला मुख्यालय में जिला चिकित्सालय एवं जिला कोविड अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा कन्या छात्रावास भवन और पॉलिटेकनिक कॉलेज भवन को कोविड़ सेंटर (covid center) बनाया गया है.
कवर्धा में कितनी तैयारी?
- कवर्धा जिला मुख्यालय में 200 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था
- विकासखंड स्तर पर 140 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था
- कोविड-19 अस्पताल में 7 वेंटिलेटर बेड
- कोविड सेंटर में लगभग 500 बेड की व्यवस्था
- 5 निजी अस्पताल को कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए अनुमति दी गई है.
जिले के 5 शिशु रोग विशेषज्ञ (pediatrician) को व्यक्तिगत रुप से इलाज के लिए अनुमति दी गई है. इसके साथ ही अस्पताल में इलाज की संपूर्ण व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं.
कवर्धा जिले के स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि जिले में कोविड-19 की तीसरी लहर को लेकर तैयारी पूरी की जा चुकी है. जिला मुख्यालय के साथ ही इस बार ब्लॉक स्तर पर भी कोरोना मरीजों की इलाज की व्यवस्था की है. विकासखंड स्तर पर 140 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा जिला मुख्यालय में 240 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही शहर के निजी हास्पिटल के चाइल्ड स्पेशलिस्ट (child specialist) को भी अलर्ट किया गया है. निजी अस्पतालों में भी कोविड-19 मरीजों की इलाज की व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भी मरीजों को किसी तरह का कोई समस्या ना हो और बेहतर इलाज किया जा सके.