कवर्धा: शासन के आदेश के बाद तीन महीनों के बाद टोकन धारी किसानों का धान खरीदा गया. पंडरिया ब्लॉक के अंतर्गत धान खरीदी केंद्र कुंडा में 19 फरवरी को 57 किसानों को धान खरीदी करने के लिए टोकन दिए गए थे. लेकिन 19 फरवरी को छोड़ कर आगे और पीछे की तारीख का टोकनधारी किसानों का धान खरीदा गया था. जिसके बाद किसानों ने अपने बचे हुए धान की खरीदी को लेकर सरकार से फरियाद की थी. महीनों तक किसान धान नहीं बिकने से निराश थे.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर 19 फरवरी के टोकन धारी किसानों का धान खरीदा जा रहा है. जिससे किसान खुश होकर अपना धान लेकर धान खरीदी केंद्र में पहुंचे. इसके साथ ही उन्होंने भूपेश सरकार को धन्यवाद किया. किसानों का कहना है कि वे इस धन राशि से अपना कर्जा चुकाएंगे.
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आपको बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुसार कई किसान खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में समर्थन मूल्य पर धान बेचने से रह गए थे. उन टोकनधारी किसानों के धान की खरीदी 20 मई से शुरु कर दी गई थी. मुख्यमंत्री की घोषणा को पूरा करते हुए 4 हजार 549 टोकनधारी किसानों से 2 लाख 803 क्विंटल धान खरीदी की जानी थी. जिसका मूल्य 36 करोड़ 64 लाख 66 हजार 442 रुपए था. राज्य सरकार की ओर से बचे हुए किसानों की धान खरीदी समर्थन मूल्य पर 20 मई से शुरू हुई है जो 22 मई तक चलेगी.