कवर्धा: एसपी लालउमेंद सिंह ने बताया कि "मामला एक निजी स्कूल का है. एक चार साल की बच्ची है जिसके साथ में यह घटना घटित हुई है. जब बच्ची घर पहुंची तो उसकी मां को इस बात का शक हुआ कि इसके साथ में कुछ गलत हुआ होगा. फिर डॉक्टर को दिखाया गया. जिसमें डॉक्टर ने भी बताया कि बच्ची के साथ कुछ गलत हुआ है. परिजन इस आधार पर पुलिस के पास रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे. पुलिस ने फिर बच्ची का मेडिकल परिक्षण कराया. जिसमें बच्ची के साथ सेक्शुअल असॉल्ट की बात सामने आई"
एसपी ने कही ये बात: एसपी लालउमेंद सिंह ने आगे बताया की "पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया. शिकायतकर्ता ने बताया कि बच्ची जिस बस से जाती है. उस बस के कंडक्टर ने बच्ची के साथ गलत किया है. बच्ची के बताए गए कंडक्टर के हुलिये के आधार पर पुलिस ने फिर से जांच शुरु की और आरोपी बस कंडक्टर को गिरफ्तार कर pocso act सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है. वहीं स्कूल प्रिंसिपल ने अपने कर्तव्यों का सही तरह से पालन नहीं किया. इसे लेकर स्कूल प्रिंसिपल को भी बाल संरक्षण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है."
आरोपी को फांसी देने की मांग: इस मामले में कवर्धा में भारी विरोध प्रर्शन हुआ एबीवीपी के तुषार चन्द्रवंशी ने बताया कि "हमारी तीन मांगें हैं. पहला तो आरोपी को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से एक महीने के अंदर फांसी हो. दूसरी मांग है कवर्धा के एसपी नाच गान में इतने व्यस्त हो गए हैं कि कानून व्यवस्था का उनको ध्यान ही नहीं है. उनको निलंबित किया जाए. स्कूल की मान्यता को तत्काल रद्द किया जाए."
कलेक्टर ने कही कड़ी कार्रवाई की बात: इस मसले पर कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने बताया कि "मामला बहुत ही गंभीर है. पुलिस तो लगातार अपनी कार्रवाई कर रही है साथ ही जिला प्रशासन की ओर से अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में छह सदस्य की जांच टीम बनाई गई है. जांच रिपोर्ट मे जो भी साक्ष्य सामने आएगा उसके आधार पर कारवाई की जाएगी."
इन संगठनों ने किया प्रदर्शन: जिले के एनएसयूआई, एबीवीपी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और छत्तीसगढ़ जोगी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर और एसपी कार्यालय का घेराव कर प्रशासन को ज्ञापन सौपा. उन्होंने मांग की है कि आरोपी को फांसी की सजा दी जाए और स्कूल की मान्यता रद्द कर प्रबंधक पर सख्त करावाई की जाए.
कलेक्टर ने जांच टीम का किया गठन: कलेक्टर ने मामले को गंभीरता को देखते हुए तत्काल केस को संज्ञान में लिया और अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में अतरिक्त पुलिस अधिक्षक मनीषा ठाकुर रावटे, संयुक्त कलेक्टर मोनिका कौंडो़, जिला शिक्षा अधिकारी एमके गुप्ता, महिला बाल विकास अधिकारी आंनद तिवारी, जिला परिवहन अधिकारी मोहनलाल साहू और जिला बाल सरंक्षण सत्यनारायण राठौर को शामिल को इस टीम में शामिल किया. कलेक्टर ने समिति को शासन से जारी गाइडलाइंस के अनुसार हर एक पहलू पर बारिकी से जांच कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं.
क्या था मामला: 07 फरवरी को निजी स्कूल में पढ़ने वाली बच्ची के परिजनों ने शिकायत दर्ज कराया था की बच्ची के साथ उसके स्कूल कंडेक्टर ने रेप किया है. मामले में पुलिस ने गंभीरता दिखते हुए बच्ची का मेडिकल चेकअप कराया और स्कूल के सभी 32 बस ड्राइवर और कंडक्टर को हिरासत मे लेकर पूछताछ किया. पुलिस ने स्कूल के सीसीटीवी कैमरे की भी जांच कराई. उसके बाद आरोपी की गिरफ्तारी की गई.