कवर्धा: कबीरधाम इलाके में 14 साल की आदिवासी लड़की से दुष्कर्म मामले ने नया मोड़ ले लिया है. सिटी कोतवाली पुलिस ने वारदात में शामिल 4 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अब पुलिस मामले को सामूहिक गैंगरेप बता रही है. हैरानी की बात है कि इसके पहले सामूहिक दुष्कर्म की बात को नकार दिया गया था. सिर्फ पीड़िता के प्रेमी को आरोपी बनाया गया, लेकिन अब पुलिस 4 और आरोपियों को गिरफ्तार कर सवालों के घेरे में आ गई है.
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दरअसल, कवर्धा में 22 नवंबर को आदिवासी नाबालिग लड़की से कुछ लड़कों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था. तब पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म को केवल दुष्कर्म बताया था. लड़की के प्रेमी को ही आरोपी बनाया गया था. इस बीच क्षेत्र के सांसद ने भी मामले में गड़बड़ी की बात की थी. सड़क पर उतरकर फिर से जांच की मांग भी की थी.
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प्रेमी समेत 5 आरोपियों की गिरफ्तारी
अब मामले में खुलासा होने के बाद सिटी कोतवाली पर सवाल उठने लगे हैं. पुलिस ने लड़की के बयान को झूठी कहानी करार दे दिया था. इतना ही नहीं मामले को दबाने की कोशिश की गई थी. वारदात के लगभग 14 दिन बाद सिटी कोतवाली पुलिस ने तीन नाबालिग सहित चार और आरोपियों की गिरफ्तारी की है. सामूहिक दुष्कर्म का मामला कायम कर लड़की का बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराया है. साथ ही अब पूरे मामले को सामूहिक दुष्कर्म मानकर फिर से जांच की जा रही है.
सिटी कोतवाली पुलिस पर फिर लगे गंभीर आरोप
अब तक लड़की के प्रेमी सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 4 आरोपी नाबालिग हैं. सिटी कोतवाली पुलिस की यह पहली लापरवाही नहीं है, जिसे पहले भी सरेखा गांव में हुए गोलीकांड को भी दबाने की कोशिश की गई थी. जब मामला मीडिया में सामने आया, तब गोली चलाने की बात को माना गया.