कवर्धा: 15 दिनों से बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं. वहीं बिजली कटौती के कारण ट्यूबेल से भी फसलों को पानी नहीं मिल रहा है. इस वजह से फसल सूखने के कगार पहुंच गया है. किसान अब दोहरी मार झेल रहे हैं. एक तरफ जहां खाद की कमी के चलते किसान परेशान थे. उन्होंने जैसे-तैसे खाद का प्रबंध किया था. लेकिन जब वह खाद की समस्या से बाहर निकले तो अब पानी की कमी का सामना उन्हें करना पड़ रहा है. कई फसलें सूखने के कगार पर है. खेतों में दरारें पड़ने लगी है. धान रोपाई में पानी की जरूरत पड़ती है. लेकिन 15 दिनों से अधिक समय से जिले मे बारिश नहीं होने से लगातार गर्मी और तेज धूप से धान के बीज पीले पड़ कर सूखने लगे हैं. वहीं खेत मे दरारें पड़ने लगी है. जिससे किसानों को चिंता सताने लगी है.
दरअसल जिले मे 68932 हेक्टेयर में धान, 17510 हेक्टेयर में सोयाबीन, 20910 हेक्टेयर में अरहर की फसल लगाई गई है. सोयाबीन के लिए तो वर्तमान में पानी की आवश्यकता नहीं है. लेकिन अन्य फसलों के लिए बारिश जरूरी है. ऐसे में बारिश नहीं होने से फसल चौपट होने लगा है. वहीं अब किसानों को ट्यूबवेल का ही सहारा है. लेकिन बिजली कटौती बोर भी चलाना मुश्किल हो गया है. दरअसल जिले में लगभग 18 हजार किसानों ने खेत मे बोर किया है. लेकिन आये दिन बिजली कटौती की समस्या से पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है अगर जल्द ही बारिश नहीं होती है तो जिले के किसानों को भारी नुकसान होगा.