कवर्धा: भारतीय किसान संघ के बैनर तले लोहारा ब्लॉक के 26 गांव के सैकड़ों किसानों ने पैदल मार्च निकाला. साथ ही सैकड़ों किसानों ने सुतियापाठ बांध के नहर विस्तारीकरण की मांगों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. इस कार्यक्रम में जिले सहित प्रदेश स्तर के किसान नेता और महिला-पुरुषों के साथ बच्चे भी बड़ी संख्या में शामिल हुए. इस दौरान किसानों ने कहा कि मांग पूरी नहीं होने की स्थिति में परिवार समेत जल सत्याग्रह करने करेंगे.
इस दौरान किसानों ने कहा कि सुतियापाठ बांध का पानी पर लोहारा ब्लॉक के किसानों का पहला हक है. प्रशासन लोकल किसानों को पानी से वंचित कर अन्य जिलों के किसानों को दे रहा है, जिससे लोहारा क्षेत्र के किसानों की फसलों को नुकसान हो पहुंच रहा है. सुतियापाठ जलाशय में 7 हजार हेक्टेयर से अधिक की सिंचाई की छमता है, जिससे 4 हजार हेक्टेयर खेती की सिंचाई के लिए अन्य जिलों को पानी दिया जा रहा है, जबकि जिले के किसान सिंचाई के पानी के बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं. पानी नहीं मिलने के कारण किसान काफी आक्रोशित हैं.
कवर्धा: सुतियापाठ नहर विस्तारीकरण की मांग, अभिषेक सिंह के नेतृत्व में किसानों का पैदल मार्च
किसानों ने जल सत्याग्रह करने की दी चेतावनी
लोहारा विकासखंड के 26 गांव के सैकड़ों किसान अपने पूरे परिवार के साथ 20 किलोमीटर पैदल चलकर 'किसान न्याय यात्रा' निकाले. किसानों ने परिवार समेत जिला मुख्यालय पहुंचकर आंदोलन किया है. इस दौरान किसानों ने कहा कि अगर 15 दिनों के भीतर किसानों की मांग पूरी नहीं होती है, तो किसान परिवार समेत जल सत्याग्रह करेंगे.
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23 गांव के किसानों को मिलना था पानी
किसान नेता ने बताया कि सुतियापाठ जलाशय के निर्माण के दौरान घोषणा के अनुसार क्षेत्र के 23 गांवों को पानी मिलना था, लेकिन जलाशय पूरा होने के बाद आसपास के लगभग किसानों को ही विस्तारीकरण के लिए पानी दिया जा रहा है, जबकि 4 हजार हेक्टेयर सिंचाई के लिए पानी अन्य जिला बेमेतरा को दिया जा रहा है. जबकि क्षेत्र के किसानों की वर्षों पुरानी मांग है, लेकिन कोई नहीं सुन रहा है.
26 गांव के सैकड़ों किसान पहुंचे जिला मुख्यालय
किसान नेताओं ने कहा कि इसके पहले भाजपा सरकार ने स्वीकृति दी थी, टेंडर भी प्रकाशित किया गया था, लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनते ही प्रोजेक्ट पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे किसानों मे भारी आक्रोश है. यहीं कारण है कि 26 गांव के सैकड़ों किसान अपने पूरे परिवार के साथ 20 किलोमीटर पैदल चलकर 'किसान न्याय यात्रा' में शामिल हुए.
सुतियापाठ जलाशय नहर का काम जारी
मामले में कवर्धा तहसीलदार मनोज रवटे ने कहा कि सुतियापाठ जलाशय नहर विस्तारीकरण की मांग को लेकर किसान ज्ञापन देने पहुंचे थे. सुतियापाठ जलाशय नहर का काम जारी है. कुछ गांव का भूमिअधिग्रहण का काम अभी बाकी है. यह कंप्लीट होने के बाद दावा आपत्ति के लिए विज्ञापन जारी होगा. उसके बाद ही कार्य शुरू किया जाएगा. इसलिए काम थोड़ा अभी स्लो है. जल्द ही इस काम को पूरा कर लिया जाएगा.