कवर्धा: भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना में पेराई का काम ठप हो गया है, यहां के नियमित और ठेका कर्मचारियों ने 2 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल कर दी है, जिसके कारण कारखाने में काम बंद हो गया है. इससे प्रशासन का लाखों का नुकसान हो रहा है, साथ ही इससे सैकड़ों किसान परेशान हो रहे हैं.
भोरमदेव शक्कर कारखाना के कर्मचारी कल्याण संघ अपनी दो सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, यहां पर 110 नियमित और 500 से अधिक ठेका कर्मचारी कार्यरत हैं, जिन्होंने कारखाना प्रबंधक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सुबह से ही कर्मचारी कारखाना तो पहुंचे, लेकिन काम बंद कर सीधे धरने पर बैठ गए. इसके कारण कारखाने की मशीनें बंद हो गई. इससे कारखाने का काम पूरी तरह प्रभावित हो गया है.
किसानों को हो रही परेशानी
वहीं किसानों को हड़ताल के बारे में जानकारी नहीं होने के कारण किसान अपने गन्ना को बेचने के लिए ट्रेक्टर में लाद कर कारखाना पहुंच रहे हैं, लेकिन कारखाने में कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से वजन का काम नहीं हो रहा है. इसकी वजह से किसानों ने गन्ने से लदे ट्रेक्टर को परिसर में ही खड़ा कर दिया है.
हड़ताल पर बैठे शक्कर कारखाना कर्मचारी
हड़ताल में बैठे कर्मचारियों का कहना है कि शक्कर कारखाना कर्मचारी कल्याण संघ की नियमित कर्मचारियों की मांग लगभग डेढ़ साल से लंबित है, जिसके कारण ही संघ को हड़ताल पर जाना पड़ा है. उन्होंने बताया कि हड़ताल के पहले भी कारखाना प्रबंधक को तीन बार ज्ञापन सौंपा गया है. लेकिन इसमें किसी तरह की कोई पहल नहीं की गई, जिसके कारण ही संघ को अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठने का फैसला लेना पड़ा.
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दरअसल संघ की मांग है कि उन्हें 56 प्रतिशत महंगाई भत्ता और क्रमोन्नति, पदोन्नति दिया जाना चाहिए. वहीं कर्मचारी संघ ने चेतावनी दी है कि जब तक प्रबंधक की ओर से मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, तब तक संघ का कोई भी अधिकारी-कर्मचारी काम पर नहीं लौटेगा.