कवर्धा: कलेक्टर ने पांच धान समितियों के कार्यकारणी प्रभारी और कम्प्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं. कबीरधाम जिले के पांच धान उपार्जन केन्द्रों के भौतिक सत्यापन में 1 करोड़ पांच लाख रूपए की हेराफेरी पाई गई है. जानकारी के मुताबिक सत्यापन में लगभग 4100 क्विंटल धान की कमी पाई गई है, जिसके बाद कलेक्टर ने हेराफेरी करने के आरोप में प्रभारी और कम्प्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं.
दरअसल, यह पांच धान उपार्जन केन्द्र पंडरिया विकासखंड के दुल्लापुर, सरईसेत, कोदवागोड़ान, किशुनगढ़ और पाढ़ी करपीगोड़ान है. भौतिक सत्यापन में कमी पाए गए धान के मूल्य लगभग 1 करोड़ 5 लाख रूपए का आंकलन किया गया है, जिसके बाद कवर्धा कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने हेराफेरी करने के आरोप में प्रभारी और कम्प्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं.
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चार अलग-अलग विभागों की संयुक्त टीम बनाकर की गई जांच
छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में सेवा सहकारी समिति द्वारा धान उर्पाजन कार्य किया गया है. कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने धान खरीदी कार्यों का भौतिक सत्यापन कराने के लिए चार अलग-अलग विभागों की संयुक्त टीम बनाकर जांच करने के आदेश दिए थे. इन चार संयुक्त टीम में उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं, जिला खाद्य अधिकारी, जिला विपणन अधिकारी, जिला नोडल अधिकारी और जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक शामिल हैं.
कोदवागोड़ान उपार्जन केन्द्र में 1127 क्विंटल धान की कमी
संयुक्त टीम ने जिले के धान उपार्जन केन्द्र पंडरिया विकासखंड के दुल्लापुर, सरईसेत, कोदवागोड़ान, किशुनगढ़ और पाढ़ी करपीगोड़ान भौतिक सत्यापन किया. भौतिक सत्यापन में दुल्लापुर उर्पाजन केन्द्र में 519 क्विंटल धान, सरईसेत उपार्जन केन्द्र में 681 क्विंटल धान, कोदवागोड़ान उपार्जन केन्द्र में 1127 क्विंटल धान, पाढ़ी करपीगोड़ान में 670 क्विंटल धान और किशुनगढ़ धान उर्पाजन केन्द्र में 1 हजार 4 क्लिंटल धान की मात्रा कम पाई गई.
भौतिक सत्यापन की रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपा गया
बता दें कि संयुक्त टीम की ओर से किए गए भौतिक सत्यापन की रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दी गई है. कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने संबंधित उर्पाजन केन्द्र के प्रभारी, कार्यकारणी समिति और कम्प्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ अपराध पंजीबद्व कराने के आदेश दिए हैं. जिला खाद्य अधिकारी अरूण कुमार मेश्राम ने बताया कि जिले के अन्य धान समिति केन्द्रों का भौतिक सत्यापन कार्य संयुक्त टीम की ओऱ से की जा रही है.