अधिकारी के मुताबिक 30 मार्च को कलेक्टर अवनीश कुमार शरण इलाज के लिए कवर्धा के जिला अस्पताल पहुंचे थे. 100 बिस्तर वाले इस हॉस्पिटल में एक भी डॉक्टर नहीं मिला और साथ ही साथ पूरा स्टाफ भी गायब था. कलेक्टर को बैडमिंटन खेलते वक्त आंख में चोट लगी थी, जिसके इलाज के लिए वो यहां आए थे.
कलेक्टर को नहीं मिला डॉक्टर
सुबह 9 बजे जिलाधिकारी हॉस्पिटल पहुंचे और पूरे अस्पताल का चक्कर लगा लिया. इस दौरान न तो उन्हें वहां एक भी डॉक्टर मिला और न ही स्टाफ में से कोई. जिसके बाद उन्होंने CMHO समेत सारे स्टाफ को तलब कर लिया. साथ ही उन्होंने आदेश भी जारी किया कि 8 डॉक्टर्स समेत 52 लोगों का एक दिन का वेतन काटा जाए.
इस कार्रवाई के बाद जिला अस्पताल में हड़कंप मचा हुआ है. जिम्मेदारी अधिकारी अगर ऐसे ही चाबुक चलाते रहे तो सिस्टम को सुधरते वक्त नहीं लगेगा.