कवर्धा: छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक गुरुवार को कवर्धा दौरे पर रहीं. इस दौरान उन्होंने कलेक्टर सभागृह में महिला प्रताड़ना से जुड़ी 9 प्रकरणों की सुनवाई की. इसमें 8 प्रकरणों में नस्तीबद्ध कर एक प्रकरण को रायपुर में सुनवाई के लिए भेजा है. अध्यक्ष किरणमयी नायक ने बिलासपुर के उज्ज्वला गृह केस पर कहा कि पुलिस इस मामले में जांच कर रही है, महिला आयोग ने भी इस केस में 28 जनवरी को बिलासपुर में सुनवाई रखी है. उज्ज्वला गृह के संचालक, पीड़ित महिलाएं, सीएसपी और जांच कर रहे टीआई को पक्षकार बनाकर नोटिस जारी किया गया है.
बता दें, सरकंडा थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद महिलाओं और युवतियों ने आईजी से मदद की गुहार लगाई थी. युवतियों ने उज्ज्वला गृह में शारीरिक और मानसिक शोषण के अलावा पैसों की मांग के भी आरोप लगाए हैं. युवतियां खुद को कैद करने के भी आरोप लगा चुकी हैं. एक युवती ने आरोप लगाया था कि जब उसकी मां उससे मिलने आई थी, तब केंद्र की महिलाकर्मी ने उसकी मां से मिलने नहीं दिया था. उसने भी आरोप लगाया कि वहां रहने वाले अन्य महिलाओं को परिजन से मिलने नहीं दिया जाता और मारपीट कर कमरे में बंद कर प्रताड़ित किया जाता है.
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उज्ज्वला गृह को किया गया सील
प्रताड़ित महिलाओं और युवतियों के गंभीर आरोप के बाद जिला विधिक प्राधिकरण ने युवतियों को विधिक सहायता पहुंचाने को लेकर एसपी से प्रतिवेदन की मांग की है. पुलिस का कहना है कि पीड़िताओं के पुलिस के बीच और मीडिया के समक्ष दिए गए बयानों में काफी अंतर है. फिलहाल, पीड़िताओं को कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज कराने का आदेश जारी किया गया है. जांच की प्रक्रिया पूरी होने तक महिला एवं बाल विकास विभाग ने उज्ज्वला गृह को फिलहाल सील कर दिया है.