कवर्धा: जिले में ग्राम पंचायत कांपा से सरपंच-सचिव के विकास कार्यों में अनियमितता और मनमानी करने का मामला सामने आया है. यहां सरपंच-सचिव पर चौदहवें वित्त की राशि में हेरफेर करने और राशि का दुरुपयोग करने का ग्रामीणों ने आरोप लगाया है. वहीं ग्रामीणों का ये भी आरोप है कि मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से कई बार की गई है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर अब तक उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला है.
सरकार की ज्यादातर योजनाएं ग्राम पंचायतों के माध्यम से आम लोगों तक पहुंचाई जाती हैं, लेकिन अगर ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि और शासकीय कर्मचारियों कीओर से ही इन योजनाओं के क्रियान्वयन में अनियमितता बरती जा रही हो तो विकास के मायने विनाश में बदल जाते हैं. हम बात कर रहें हैं कवर्धा जिले के बोड़ला ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत कांपा की जहां कुछ ऐसा ही हो रहा है.
गबन की राशि
दरअसल गांव के कुछ पंच और ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच और सचिव ने मिलीभगत कर चौदहवें वित्त की राशि का बंदरबांट कर लिया है और गांव में सीमेंट कंक्रीट सड़क निर्माण का हवाला देकर राशि गबन कर लिया गया.
इतना ही नहीं इस पंचायत में पिछले 6 महीने से किसी भी प्रकार की कोई आमसभा की बैठक नहीं ली गई.इसके आलवा प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरुवा, घुरूवा और बारी के तहत अब तक गौठान निर्माण शुरू नहीं किया गया. जिसकी वजह से ग्रामीण अपने मवेशियों को कीचड़मय गौठान में भेजने को मजबूर हैं.
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कार्रवाई करने का हवाला दे रहे जिम्मेदार
जनपद के सीईओ हमेशा की तरह इस बार भी जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने का हवाला दे रहे हैं. ऐसे में अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर ग्रामीणों का संदेह होना लाजमी है.