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नौकरी दिलाने के नाम पर 23 लाख से ज्यादा की ठगी करने वाला आरोपी गिरफ्तार

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Published : Jun 20, 2020, 7:14 PM IST

सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही आगे की कार्रवाई भी शुरू कर दी है.

Case of cheating in Kawardha
कवर्धा में ठगी का मामला

कवर्धा: सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर युवाओं से 23 लाख 50 हजार रुपए की ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक ठगी के पैसों से आरोपी ने लग्जरी कार और बाइक खरीदी थी, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है.

मामला साल 2017 और 2018 के बीच का है. बता दें कि साल 2017 मे पुलिस भर्ती के लिए वैकेंसी निकली थी, जिसमें आरक्षक की नौकरी दिलाने का झांसा देकर आरोपी मोहन साहू ने युवाओं से 23 लाख 50 हजार रुपए की ठगी की थी. इसी तरह आरोपी ने नवीन बाजार के एक व्यवसायी के बेटे से भी कलेक्ट्रेट में लिपिक की नौकरी दिलाने का कहकर ठगी किया था, जिसके बाद आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था.

Case of cheating in Kawardha
गिरफ्त में महाठग

मुखबिर की सूचना पर हुई कार्रवाई

वहीं आरोपी के खिलाफ सिटी कोतवाली में 2 से 3 मामले दर्ज करवाए गए थे, जिसके बाद पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करते हुए आरोपी की तलाश शुरू कर दी थी. वहीं दो साल बाद आरोपी 18 जून 2020 को अपने गांव वापस लौटा. वहीं मुखबिर ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मुखबिर से सूचना मिलते ही पुलिस धनौरा गांव पहुंचे, जहां से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. साथ ही उससे पूछताछ की गई, जिसके बाद आरोपी ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. साथ ही पुलिस को बताया कि ठगी के पैसे से उसने कार और बाइक खरीदा है. इसके बाद पुलिस ने कार और बाइक को भी जब्त कर लिया है.

पढ़ें: नौकरी दिलाने के नाम पर मितानिन से ठगी, निजी स्कूल की प्रिंसिपल सहित तीन गिरफ्तार

बता दें कि प्रदेश में लॉकडाउन होने की वजह से अपराध में कमी आई थी, लेकिन लॉकडाउन में छूट मिलते ही क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. कई जिलों से रेप, हत्या, ठगी, लूट, अवैध शराब की खरीदी-बिक्री के साथ ही कई आपराधिक मामले लगातार सामने आ रहे हैं. पुलिस लगातार ऐसे अपराधों पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है.

कवर्धा: सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर युवाओं से 23 लाख 50 हजार रुपए की ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक ठगी के पैसों से आरोपी ने लग्जरी कार और बाइक खरीदी थी, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है.

मामला साल 2017 और 2018 के बीच का है. बता दें कि साल 2017 मे पुलिस भर्ती के लिए वैकेंसी निकली थी, जिसमें आरक्षक की नौकरी दिलाने का झांसा देकर आरोपी मोहन साहू ने युवाओं से 23 लाख 50 हजार रुपए की ठगी की थी. इसी तरह आरोपी ने नवीन बाजार के एक व्यवसायी के बेटे से भी कलेक्ट्रेट में लिपिक की नौकरी दिलाने का कहकर ठगी किया था, जिसके बाद आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था.

Case of cheating in Kawardha
गिरफ्त में महाठग

मुखबिर की सूचना पर हुई कार्रवाई

वहीं आरोपी के खिलाफ सिटी कोतवाली में 2 से 3 मामले दर्ज करवाए गए थे, जिसके बाद पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करते हुए आरोपी की तलाश शुरू कर दी थी. वहीं दो साल बाद आरोपी 18 जून 2020 को अपने गांव वापस लौटा. वहीं मुखबिर ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मुखबिर से सूचना मिलते ही पुलिस धनौरा गांव पहुंचे, जहां से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. साथ ही उससे पूछताछ की गई, जिसके बाद आरोपी ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. साथ ही पुलिस को बताया कि ठगी के पैसे से उसने कार और बाइक खरीदा है. इसके बाद पुलिस ने कार और बाइक को भी जब्त कर लिया है.

पढ़ें: नौकरी दिलाने के नाम पर मितानिन से ठगी, निजी स्कूल की प्रिंसिपल सहित तीन गिरफ्तार

बता दें कि प्रदेश में लॉकडाउन होने की वजह से अपराध में कमी आई थी, लेकिन लॉकडाउन में छूट मिलते ही क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. कई जिलों से रेप, हत्या, ठगी, लूट, अवैध शराब की खरीदी-बिक्री के साथ ही कई आपराधिक मामले लगातार सामने आ रहे हैं. पुलिस लगातार ऐसे अपराधों पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है.

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