कवर्धा: एसडीएम प्रकाशचंद कोरी के केबिन में घुसकर मंगलवार को गाली-गलौज कर धमकी दे रहे कृतबांधा उपसरपंच बिहारी चन्द्राकार और पंच पवन चन्द्राकार को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों को न्यायालय में पेश करते हुए पुलिस ने ज्युडिशियल रिमाण्ड पर जेल भेज दिया है.
प्रमाणपत्र की मांग करने के बाद दी धमकी: एसडीएम पीसी कोरी ने कोतवाली थाना लिखित शिकायत की. शिकायत के मुताबिक कवर्धा एसडीएम कार्यालय में कृतबांधा उपसरपंच बिहारी चन्द्राकार और पंच पवन चन्द्राकार पहुंचे और ग्राम पंचायत कृतबांधा के सरपंच होने का प्रमाण की मांग की गई. संबंधित व्यक्ति को बताया गया कि मामले मे एसडीएम न्यायालय में बुधवार को सुनवाई है. सुनवाई के बाद पात्र व्यक्ति को सरपंच नियुक्त किया जाएगा. इस बात से उप सरपंच बिहारी एवं पवन आगबबूला हो गए. केबिन में गाली-गलौज करने लगे और वहीं स्टाफ और बाबूओं के दफ्तर में भी घुसकर गाली-गलौज की. मामले की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है.
जानिए, क्या है पूरा मामला: कृतबांधा सरपंच को अविश्वास प्रस्ताव के चलते हटा दिया गया है. एससी पंच नहीं होने के चलते सरपंच के पद को सचिव के सांठगांठ कर बिहारी चन्द्राकार सरपंच घोषित कर दिया गया है. लेकिन उसे प्रणाम पत्र प्रशासन से नहीं मिला है. इस दौरान एसटी महिला ने एसडीएम कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत किया गया. नियमानुसार पंचायत में एससी पंच नहीं होने पर एसटी पंच को सरपंच नियुक्त किया जाता है, लेकिन नियम विरुद्ध सचिव ने बिहारी चन्द्राकर को सरपंच नियुक्त कर दिया. मामले की सुनवाई बुधवार 19 अप्रैल को एसडीएम न्यायालय में होनी थी, जिससे नाराज उपसरपंच एसडीएम पर दबाव बनाने गाली-गलौज कर धमकी दी.
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आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा गया जेल: थाना प्रभारी मोतीराम पटेल ने बताया कि "कवर्धा एसडीएम प्रकाशचंद कोरी ने कोतवाली थाना में लिखित शिकायत की. ग्राम पंचायत कृतबांधा उप सरपंच बिहारी और पवन द्वारा कार्यालय में घुसकर गाली-गलौज कर धमकी दिया गया है. इस पर आरोपियों को विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार न्यायालय में पेश किया गया है."