ETV Bharat / state

भोरमदेव अभयारण्य में बारहसिंगा के लिए बन रहा आवास - Bhoramdev Sanctuary

कवर्धा के भोरमदेव अभयारण्य में नए वन्यप्राणी बारहसिंगा के लिए आवास बनाया जा रहा है. इस काम में करीब 50 लाख रुपये का खर्च आएगा. इसकी तैयारी शुरू हो गई है.

a-space-allotted-for-reindeer-in-bhoramdev-sanctuary-in-kawardha
भोरमदेव अभयारण्य में बारहसिंगा के लिए बन रहा आवास
author img

By

Published : Feb 5, 2021, 3:56 PM IST

कवर्धा: भोरमदेव अभयारण्य में नए वन्यप्राणी बारहसिंगा के आवास को विकसित करने के लिए 50 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं. इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. इसकी पहल वन मंडल अधिकारी दिलराज प्रभाकर ने की है.

भोरमदेव अभयारण्य में बारहसिंगा के लिए बन रहा आवास

चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से मिल चुकी है अनुमति

वन मंडल अधिकारी दिलराज प्रभाकर ने बताया कि सबसे पहले उन्होंने कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के सीमावर्ती क्षेत्रों मे वन्यप्राणी बारहसिंगा के आवास को लेकर खरपतवार उन्मूलन स्थाई घास मैदान को चयनित किया. इसके लिए उन्होंने चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से भी अनुमति ले ली है. इसके अलावा आवास में पीने के पानी की पर्याप्त सुविधा को विकसित कराने के लिए मुख्य वन संरक्षक से भी अनुमति मिल गई है.

कवर्धा: भोरमदेव अभयारण्य में मिला दुर्लभ प्रजाति का बार्न उल्लू

50 लाख रुपये होंगे खर्च

वन मंडल अधिकारी ने बताया की भोरमदेव अभयारण्य में बारहसिंगा नहीं है. लेकिन अभयारण्य से लगे कान्हा नेशनल पार्क से यह बारहसिंगा पानी की तलाश में अभयारण्य में आ जाता है. यही वजह है कि भोरमदेव अभयारण्य में वन विभाग ने बारहसिंगा के आवास के लिए काम शुरू कर दिया है. इस काम में लगभग 50 लाख रुपये का खर्च आएगा.

कवर्धा: भोरमदेव अभयारण्य में नए वन्यप्राणी बारहसिंगा के आवास को विकसित करने के लिए 50 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं. इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. इसकी पहल वन मंडल अधिकारी दिलराज प्रभाकर ने की है.

भोरमदेव अभयारण्य में बारहसिंगा के लिए बन रहा आवास

चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से मिल चुकी है अनुमति

वन मंडल अधिकारी दिलराज प्रभाकर ने बताया कि सबसे पहले उन्होंने कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के सीमावर्ती क्षेत्रों मे वन्यप्राणी बारहसिंगा के आवास को लेकर खरपतवार उन्मूलन स्थाई घास मैदान को चयनित किया. इसके लिए उन्होंने चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से भी अनुमति ले ली है. इसके अलावा आवास में पीने के पानी की पर्याप्त सुविधा को विकसित कराने के लिए मुख्य वन संरक्षक से भी अनुमति मिल गई है.

कवर्धा: भोरमदेव अभयारण्य में मिला दुर्लभ प्रजाति का बार्न उल्लू

50 लाख रुपये होंगे खर्च

वन मंडल अधिकारी ने बताया की भोरमदेव अभयारण्य में बारहसिंगा नहीं है. लेकिन अभयारण्य से लगे कान्हा नेशनल पार्क से यह बारहसिंगा पानी की तलाश में अभयारण्य में आ जाता है. यही वजह है कि भोरमदेव अभयारण्य में वन विभाग ने बारहसिंगा के आवास के लिए काम शुरू कर दिया है. इस काम में लगभग 50 लाख रुपये का खर्च आएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.