कवर्धा : तरेगांव जंगल थाना पुलिस ने 2 साल पुराने अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा लिया है. जमीन विवाद के कारण आठ लोगों ने मिलकर एक आदिवासी बैगा हरिराम की हत्या कर दी थी. पुलिस ने हत्या के आरोप में 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है.
पूरी वारदात कवर्धा के तरेगांव थाना के अंतर्गत कुल्लूपानी का है. 26 दिसंबर 2018 को हरिराम बैगा को पेशी के लिए कोर्ट लाया गया था. पेशी के बाद घर लौटते वक्त कुछ अज्ञात आरोपियों ने हरिराम की हत्या गला घोंटकर कर दी. इसके बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए लाश को महुआकोना के नाले में फेंक दिया था. पुलिस ने नाले से लाश बरामद की थी. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हरिराम की हत्या की पुष्टि हुई. हत्या गला दबाने से हुई थी. पुलिस ने 2 साल पहले अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था. कई दिनों तक खोजबीन के बाद भी पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा और फिर जांच भी धीमी पड़ गई.
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2 साल पहले हुई हत्या की गुत्थी सुलझी
नए एसपी शलभ कुमार सिन्हा ने पदभार संभालते ही सभी पुराने प्रकरणों को नए सिरे से जांच और निपटारे के आदेश दिए. हरिराम के मर्डर केस में नई टीम गठित की गई और जांच शुरू की गई. संदिग्ध ग्रामीणों से फिर से कड़ाई के साथ पूछताछ की गई. आरोपी ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया. आरोपी ने बताया की जमीन विवाद के चलते उसने अपने अन्य 7 साथियों के साथ मिलकर हरिराम बैगा की हत्या कर दी थी. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. हत्या के आरोपी जोकपानी गांव के रहने वाले हैं. हत्या के अन्य आरोपियों ने जिसमें होलीराम, लल्ला राम, जोहन सिंह, मोहनसिंह, खेदू सिंह, सुनऊराम, शत्रुघन सिंह और भगवान सिंह शामिल है. सभी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.