कवर्धा: प्रवासी मजदूरों के लिए जिले में 1 हजार 87 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं, जिसकी निगरानी के लिए 49 जोनल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है. कलेक्टर ने जोनल अधिकारियों की बैठक लेकर दिशा निर्देश दिए हैं.
कवर्धा जिले में कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर 1 हजार 87 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. यह सभी क्वॉरेंटाइन सेंटर प्रवासी श्रमिकों और अन्य नागरिकों के लिए हैं. इस सेंटर में बाहर से आने वाले सभी श्रमिकों और नागरिकों को 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन किया जाएगा.
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कोविड-19 के रोकथाम के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर की निगरानी के लिए 49 जोनल अधिकारियों को नियुक्त किया गया है. कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने शुक्रवार को जिला कार्यालय में क्वॉरेंटाइन सेंटर के लिए बनाए गए जोनल अधिकारियों की बैठक लेकर जोनल अधिकारियों को निर्देशित किया है.
क्वॉरेंटाइन सेंटर का किया गया है चिन्हांकन
अधिकारियों का कहना है कि बाहर से आने वाले व्यक्तियों को गांव में क्वॉरेंटाइन करने के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर का चिन्हांकन किया गया है. क्वॉरेंटाइन सेंटर से कोई व्यक्ति बाहर ना जा सके इसके लिए बेरिकेडिंग करायी जाए. इसकी निगरानी ग्राम पंचायत सचिव, कोटवार की ओर से की जाएगी.
बता दें, दूसरे राज्यों से वापस अपने प्रदेश लौट रहे प्रवासी मजदूरों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया जा रहा है. बेमेतरा के देवरबीजा ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव ने इसी को ध्यान में रखते हुए ग्रामीणों के साथ मीटिंग की थी. सभी ने देवरबीजा कुमारी देवी चौबे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में मीटिंग में तय किया कि, स्कूल, सामुदायिक भवन, छात्रावास इत्यादि को क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया जाए. जिसमें खाने-पीने के साथ जरूरत के समान की व्यवस्था हो.