ETV Bharat / state

जशपुर में विश्व मतस्य दिवस का हुआ आयोजन, मछुआरों को बाइक और आईस बकेट का वितरण

जशपुर के बघिमा गांव में विश्व मात्स्यिकी दिवस मनाया गया. इस दौरान मछुआरों को आईस बकेट सहित बाइक का वितरण किया गया. साथ ही कलेक्टर ने मछुआरों को आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए शासन की योजनाओं का लाभ लेने की अपील की.

world-fisheries-day-was-celebrated-in-baghima-village-of-jashpur
जशपुर में विश्व मात्स्यिकी दिवस का हुआ आयोजन
author img

By

Published : Nov 21, 2020, 10:13 PM IST

जशपुर: विश्व मात्स्यिकी दिवस के अवसर पर बघिमा गांव के मत्स्य हेचरी केंद्र में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान कलेक्टर महादेव कावरे और विधायक विनय भगत ने मछुवा समिति मत्स्य पालकों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी. इसके साथ ही मछुआरों को मत्स्याखेट सामग्री और आईस बकेट सहित बाइक का वितरण किया गया. कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और जिला पंचायत सीईओ ने डुमरटोली एनीकेट में नई मछलियों को छोड़ा गया

इस अवसर पर विधायक विनय भगत ने मत्स्य पालकों से कहा कि आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए शासन की योजनाओं का लाभ उठाएं. अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की जिम्मेदारी हम सबकी है. हम सबको साथ मिलकर प्रयास करना होगा. आपके कार्यों को सुगम बनाने के लिए विभाग ने बाइक, आईस बकेट दिया है. जिससे फुटकर मछली विक्रेताओं को और दूरस्थ क्षेत्रों में जाकर मछली का विक्रय कर सकते हैं.

मछली पालन को छत्तीसगढ़ में मिलेगा खेती का दर्जा: सीएम भूपेश बघेल

मत्स्य विभाग के योजनाओं की जानकारियां

कलेक्टर महादेव कावरे ने मत्स्य विभाग के योजनाओं की जानकारियां दी. कलेक्टर ने कहा कि मत्स्य का सरंक्षण और मछुवारों का जीविकोपार्जन के उद्देश्य से दुनियाभर में मात्स्यिकी दिवस मनाया जा रहा है. सीमित संसाधनों के बावजूद मछुआरे मछली पालन कर रहे हैं. दूसरे राज्यों के मछुवारे मछली बीज क्रय करने हमारे यहां आते हैं. कलेक्टर ने बताया कि इस वर्ष जिले में मछली बीज उत्पादन में रिकार्ड 183 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. मछली बीज उत्पादन में हमारा जिला राज्य में प्रथम स्थान पर है. इस वर्ष जिले में लगभग 5000 टन मछली उत्पादन होने की संभावना है.

कुरूद मछली बाजार बेरंग: बढ़ते कोरोना और घटते व्यापार से स्थानीय व्यसायी मायूस

आईस बकेट समेत बाइक का वितरण
सीईओ जिला पंचायत के एस मंडावी ने बताया कि कृषि और अन्य कार्य करते हुए अपने निजी तालाब डबरी में मछली का पालन किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि इस वर्ष मनरेगा के तहत जिले में अनेकों डबरी का निर्माण किया गया है. जहां वे मछली उत्पादन कर सकते हैं. उन्होंने सभी मत्स्य पालकों से आग्रह किया. वे अपने खेतों में मनरेगा के तहत डबरी निर्माण कर मछली पालन करें. साथ ही अपने परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार लाएं. इस दौरान 12 फुटकर मत्स्य विक्रेताओं को आईस बकेट समेत बाइक और 3 मछुवा समिति को जाल, मछली आहार सहित अन्य सामग्रियों का वितरण भी किया गया.

जशपुर: विश्व मात्स्यिकी दिवस के अवसर पर बघिमा गांव के मत्स्य हेचरी केंद्र में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान कलेक्टर महादेव कावरे और विधायक विनय भगत ने मछुवा समिति मत्स्य पालकों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी. इसके साथ ही मछुआरों को मत्स्याखेट सामग्री और आईस बकेट सहित बाइक का वितरण किया गया. कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और जिला पंचायत सीईओ ने डुमरटोली एनीकेट में नई मछलियों को छोड़ा गया

इस अवसर पर विधायक विनय भगत ने मत्स्य पालकों से कहा कि आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए शासन की योजनाओं का लाभ उठाएं. अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की जिम्मेदारी हम सबकी है. हम सबको साथ मिलकर प्रयास करना होगा. आपके कार्यों को सुगम बनाने के लिए विभाग ने बाइक, आईस बकेट दिया है. जिससे फुटकर मछली विक्रेताओं को और दूरस्थ क्षेत्रों में जाकर मछली का विक्रय कर सकते हैं.

मछली पालन को छत्तीसगढ़ में मिलेगा खेती का दर्जा: सीएम भूपेश बघेल

मत्स्य विभाग के योजनाओं की जानकारियां

कलेक्टर महादेव कावरे ने मत्स्य विभाग के योजनाओं की जानकारियां दी. कलेक्टर ने कहा कि मत्स्य का सरंक्षण और मछुवारों का जीविकोपार्जन के उद्देश्य से दुनियाभर में मात्स्यिकी दिवस मनाया जा रहा है. सीमित संसाधनों के बावजूद मछुआरे मछली पालन कर रहे हैं. दूसरे राज्यों के मछुवारे मछली बीज क्रय करने हमारे यहां आते हैं. कलेक्टर ने बताया कि इस वर्ष जिले में मछली बीज उत्पादन में रिकार्ड 183 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. मछली बीज उत्पादन में हमारा जिला राज्य में प्रथम स्थान पर है. इस वर्ष जिले में लगभग 5000 टन मछली उत्पादन होने की संभावना है.

कुरूद मछली बाजार बेरंग: बढ़ते कोरोना और घटते व्यापार से स्थानीय व्यसायी मायूस

आईस बकेट समेत बाइक का वितरण
सीईओ जिला पंचायत के एस मंडावी ने बताया कि कृषि और अन्य कार्य करते हुए अपने निजी तालाब डबरी में मछली का पालन किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि इस वर्ष मनरेगा के तहत जिले में अनेकों डबरी का निर्माण किया गया है. जहां वे मछली उत्पादन कर सकते हैं. उन्होंने सभी मत्स्य पालकों से आग्रह किया. वे अपने खेतों में मनरेगा के तहत डबरी निर्माण कर मछली पालन करें. साथ ही अपने परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार लाएं. इस दौरान 12 फुटकर मत्स्य विक्रेताओं को आईस बकेट समेत बाइक और 3 मछुवा समिति को जाल, मछली आहार सहित अन्य सामग्रियों का वितरण भी किया गया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.