सूरजपुर: सालों से लंबित पड़े मजदूरी भुगतान को लेकर मजदूरों और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के सामने धरना प्रदर्शन किया. जहां वन विभाग के एसडीओ रेंजर ने 15 दिन के भीतर मजदूरी भुगतान का निराकरण करने का लिखित आश्वासन दिया है. एसडीओ के आश्वासन के बाद मजदूरों ने अपना आंदोलन खत्म किया.
भाजपा के जिला अध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल ने भी मजदूरों के इस आंदोलन का समर्थन किया. जिला अध्यक्ष भी मजदूरों के साथ सड़क पर बैठ गए और गड़बड़ी करने वाले वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हुए तत्काल मजदूरी भुगतान करने की मांग की.
2 से 3 महीने का भुगतान बाकी
रामानुजनगर वन परीक्षेत्र के अर्जुनपुर में साल 2016-17 से 2019 के बीच पौधरोपण, गोबर खाद, जैविक खाद, फेंसिंग पोल, तार की बाउंड्री निर्माण और बोल्डर चेक डैम निर्माण जैसे कार्यों में अर्जुनपुर समेत आसपास के करीब डेढ़ सौ से 200 मजदूरों ने काम किया है. लेकिन मजदूरों को अब तक उस काम का भुगतान नहीं किया गया है. मजदूरों का 2 से 3 महीने का भुगतान अब भी बाकी है.
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मजदूरों के सामने रोजी रोटी की समस्या
मजदूरों ने वन विभाग पर आरोप लगाया है कि वन विभाग की गड़बड़ी से मजदूरों का भुगतान नहीं हो पा रहा है. जिससे उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है. मजदूरों का कहना है कि कोरोना काल में काम के लाले पड़े हैं. मजदूरी पाने में अधिकारियों के पास शिकायत कर थक चुके हैं. लेकिन फिर भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. जिससे उन्हें मजबूरन मेहनत का पैसा पाने के लिए आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा.
वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी
धरना प्रदर्शन के दौरान मजदूरों ने वन विभाग के खिलाफ जमकर नारे लगाए. साथ ही तत्काल मजदूरी दिलाए जाने की मांग की. मजदूरों के आंदोलन को समर्थन दे रहे भाजपा जिला अध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल ने मजदूरी की बात को प्रशासन और वन विभाग के अधिकारियों के सामने मजबूती से रखा. उन्होंने कहा कि मजदूरों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.