जशपुर: मध्याह्न भोजन और सूखा राशन सप्लाई का काम दूसरी संस्था को मिलने से स्थानीय महिला समूह की सदस्यों में आक्रोश है. स्थानीय स्व-सहायता समूह को राशन वितरण का काम न देकर रायपुर के सहकारी समिति को यह काम दे दिया गया है. इससे नाराज स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने कलेक्टर महादेव कावरे से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है.
कलेक्ट्रेट पहुंची महिलाओं ने जिला शिक्षा अधिकारी को कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने ही घेर लिया. सभी ने सूखा राशन सप्लाई को लेकर जारी आदेश को निरस्त करने की मांग की है. महिलाओं का कहना है कि आर्थिक मंदी के दौर में कोरोना काल के दौरान मध्याह्न भोजन और सूखा राशन सप्लाई का काम उनसे छीन उन्हें बेरोजगार बनाया जा रहा है.
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कोरोना काल में रोजगार छीनने का आरोप
जिले के 8 विकासखंडों की स्व-सहायता समूह की महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंची थी. महिलाओं ने मध्याह्न भोजन के लिए सूखा राशन वितरण का काम रायपुर के भारतीय राष्ट्रीय कृषक उपार्जन प्रसंस्करण को देने का विरोध किया है. नाराज महिलाओं ने कहा कि एक ओर सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की बात कर रही है. वहीं दूसरी ओर कोरोना काल में उन्हें मिला काम भी उनसे छीन रही है.
जिला शिक्षा अधिकारी को घेरा
मध्याह्न भोजन योजना में सूखा राशन वितरण का काम छिन जाने से नाराज महिलाओं ने समय-सीमा की बैठक में शामिल होकर निकले जिला शिक्षा अधिकारी को कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने ही घेर लिया. समूह की महिलाओं ने अधिकारी पर मनमानी का आरोप लगाते हुए आदेश वापस लिए जाने तक कलेक्ट्रेट कार्यालय में धरने पर बैठने की चेतावनी दे दी. अपर कलेक्टर आरे ठाकुर के समझाने के बाद महिलाएं शांत हुईं.