जशपुर: जशपुर जिले में छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरूवा, बाड़ी और गोधन न्याय योजना का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है. कुनकुरी, दुलदुला और फरसाबहार विकासखण्ड के गौठानों की स्व-सहायता समूह की महिलाएं विभिन्न तरह की सामग्री तैयार कर रही है. समूह की महिलाओं द्वारा कपड़े से मास्क बनाना, सर्फ, साबुन, अगरबत्ती, फिनाईल, बड़ी-पापड़, चटाई, धनिया पाउडर, अरहर दाल सहित साग-सब्जी भी विक्रय किया जा रहा (employment from Gauthans in Jashpur ) है. जिससे महिलाओं को काफी लाभ मिल रहा है.
महिलाओं को दिया जा रहा प्रशिक्षण: जिला प्रशासन द्वारा समूह की महिलाओं को सामग्री का विक्रय कराने के लिए स्थानीय बाजारों के साथ ही जशपुर जिला मुख्यालय में सी-मार्ट की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. महिलाएं अपने हाथों से बनाए गए सामग्री और गौठानों में उत्पादित सामग्रियों का विक्रय सी-मार्ट के माध्यम से करती हैं. जिला प्रशासन के अंतर्गत संचालित राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के माध्यम से गौठानों में काम करने वाली स्व-सहायता समूह की महिलाओं को विभिन्न सामग्री बनाने के लिए प्रशिक्षण भी दिया गया है.
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महिलाओं को आजिविका से जोड़ा जा रहा: राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के अनुसार विकासखंड दुलदुला, कुनकुरी एवं फरसाबहार में महिला सशक्तिकरण करने के लिए 88 महिला स्व सहायता समूह को विभिन्न आजीविका गतिविधियों से जोड़कर अनेक तरह के उत्पाद को तैयार किया जा रहा है. इन महिला समूहों द्वारा अब तक 1,53,89,087 रूपए के उत्पाद का विक्रय किया जा चुका है.