जशपुर: कुनकुरी के कोटिया जंगल में हाथी के हमले से 60 साल के बुजुर्ग मौत हो गई. बुजुर्ग रातू राम यादव जंगल में डाल का टुकड़ा लेने गया था. तभी अचानक उसका हाथी से सामना हो गया. हाथी ने हमला कर बुजुर्ग की जान ले ली. घटना की सूचना पर वन अमला मौके पर पहुंचकर आगे कार्रवाई में जुट गया है. कुनकुरी जनपद क्षेत्र के गोटिया गांव में बुधवार रात जंगली हाथियों ने दो घरों को नुकसान पहुंचाया. फिर गुरुवार को सुबह एक बुजुर्ग की जान भी हाथी ने ले ली है. घटना सुबह 11 बजे के आसपास की बताई जा रही है. मृतक के परिवार को शासन की तरफ से 50 हजार की सहायता राशि दी गई है.
ऐसे हुई पूरी घटना: बुधवार को रात 12 बजे जंगली हाथी के क्षेत्र में होने की जानकारी ग्रामीणों को मिली. खबर लगने के बाद से ही ग्रामीण दहशत में थे. इसके बाद गुरुवार को सुबह 4 बजे कोटिया गांव में हाथी ने ईमील लकड़ा के घर को तोड़ दिया. उनके घर के तीन दीवार और छप्पर को नुकसान हुआ है. टूटे घर के छप्पर को बनाने के लिए सुबह साढ़े ग्यारह बजे गांव का बुजुर्ग रातू राम जंगल में डाल का टुकड़ा लेने गया था. 12 बजे तक वह वापस नहीं आया तो गांव के कुछ लोग बुजुर्ग को जंगल की ओर खोजने गए. कड़ी मशक्कत के बाद 2 बजे रातू राम की लाश जंगल में पड़ी मली.
"घटना बहुत ही दुखद है. हाथी के जंगल में होने की सूचना दी गई थी. लेकिन बुजुर्ग कम सुनने की वजह से सूचना को नहीं सुन पाए. गलती से जंगल की ओर कुछ पत्ती और डंगाल लेने चले गए. इस दौरान हाथी से उनका सामना हो गया और हाथी ने कुचल कर उनकी जान ले ली. वन विभाग सारी फॉर्मेलिटी कर रहा है." -यूडी मिंज, कुनकुरी विधयाक
"आज दोपहर करीबन 12 से 1 के बीच हाथी के हमले से बुजुर्ग की मौत की सूचना मिली थी. ग्राम कोटिया के जंगल में हाथी ने बुजुर्ग को कुचल दिया. घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई थी. वन विभाग की टीम और अन्य लोग जंगल से शव ले आए. वन विभाग ने तत्कालीन सहायता राशि उनके परिजनों को दे दी है. प्रकरण तैयार कर जल्द ही बचे हुए मुआवजे की राशि भी पीड़ित परिवार को दी जाएगी." -जितेंद्र यादव, जशपुर डीएफओ
क्षेत्र में रहती है हाथी की आमद: लगातार हाथी प्रभाव क्षेत्र में लोगों को जागरूक किया जा रहा है. कोटिया जंगल में भी लोगों को हाथी के जंगल में होने की सूचना दी गई थी. लेकिन बुजुर्ग कम सुनने की वजह से सूचना को नहीं सुन पाए. इस वजह से वे जंगल चले गए थे, जहां ये घटना हो गई.