जशपुर: जशपुर जिला मुख्यालय में प्रशासनिक अधिकारियों के नाक के नीचे कलेक्टर रितेश अग्रवाल ( Collector Ritesh Agarwal ) के कोरोना आदेश की धज्जियां उड़ती नजर आई.शहर के विवेकानंद कॉलोनी में संचालित साप्ताहिक बाजार में लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली. जो कि आगामी दिनों में कोरोना विस्फोट का कारण हो सकता है.
कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन
बीते 3 जनवरी को जिले में बढ़ते कोरोना के मामले को देखते हुए कलेक्टर रितेश अग्रवाल ने एक आदेश जारी किया था. नाइट कर्फ्यू लागू करने के साथ भीड़ को रोकने के लिए कई प्रतिबंध लगाए गए थे. इसके तहत 4 जनवरी से शहर में लगने वाले साप्ताहिक बाजार को बंद करना भी शामिल था. लेकिन जिले के प्रशासनिक अधिकारी के इस आदेश के बावजूद बाजारों में लोगों की भारी भीड़ दिखी. बीते गुरूवार को बिना किसी रोक-टोक के बाजार खुलने के बाद रविवार को भी यही स्थिति बनी रही. बाजार को रोकने के लिए नगरपालिका, राजस्व और पुलिस विभाग का एक भी अधिकारी या कर्मचारी इस ओर झांकने तक नहीं पहुंचा. दुकान सजाए बैठे हुए सब्जी विक्रेताओं का कहना था कि उन्हें बाजार बंद होने की सूचना मिली ही नहीं थी. ना ही कोई अधिकारी या कर्मचारी बाजार लगने के बाद इस संबंध में जानकारी देने को पहुंचा. इस तरह बाजारों में भीड़ से कोरोना विस्फोट का खतरा बढ़ सकता है.
यह भी पढ़ें: Fear of third wave of corona in raipur: ग्रामीण क्षेत्रों में अलर्ट, बाजारों में भीड़ और मेले पर प्रतिबंध
पालिका ने बाजार बंद होने का किया दावा
इस विषय में नगरपालिका के सीएमओ बसंत बुनकर ने ईटीवी भारत को कहा कि विवेकानंद कॉलोनी के पास स्थित साप्ताहिक बाजार को बंद कर दिया गया है. तमाम सब्जी विक्रेताओं को इसकी सूचना पहले ही दी जा चुकी थी. शहर में स्थित दैनिक सब्जी बाजार को भी बंद किया जाएगा और इसे शहर के कॉलेज रोड में स्थित स्टेडियम, कव्वाली मैदान और रणजीता स्टेडियम में इसे शिफ्ट किया जाएगा.
जशपुर में लगातार बढ़ रहे हैं कोरोना के केस
शनिवार को जारी कोविड बुलेटिन के अनुसार जशपुर में 1 दिन में 188 संक्रमित मरीज मिले थे. जिसके बाद जिले में कुल एक्टिव केस 631 हो गए. जिले में अब तक कुल 27,680 संक्रमितों की पहचान हो चुकी है. 26,817 मरीजों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया है.