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ट्रायबल डांस फेस्टिवल में जमकर थिरके आदिवासी - जशपुर न्यूज

जशपुर के गम्हरिया में ट्रायबल डांस फेस्टिवल का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान आदिवासी जमकर थिरके.

Tribal Dance Festival organized in jashpur
ट्रायबल डांस फेस्टिवल में जमकर थिरके आदिवासी
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Published : Nov 30, 2019, 8:11 PM IST

Updated : Nov 30, 2019, 9:20 PM IST

जशपुर : गम्हरिया में ट्रायबल डांस फेस्टिवल का आयोजन किया गया. इसमें जिले के जशपुर, मनोरा, कुनकुरी और दुलदुला जनपद के विभिन्न ग्रामों के 16 नर्तक दलों ने हिस्सा लिया. आयोजन में विभिन्न प्रदर्शनी भी लगाई गई.

ट्रायबल डांस फेस्टिवल में जमकर थिरके आदिवासी

बता दें कि इस फेस्टिवल में आदिवासी संस्कृति की विशेष छटा बिखरी. कई नृतक दलों ने आयोजन में आदिवासी रीति-रिवाजों, लोकगीत-लोगनृत्य की प्रस्तुति दी. विभिन्न गांव से आए नर्तक दलों ने विवाह, फसल कटाई और पारंपरिक त्योहार के अवसर पर गाए जाने वाले गीत एवं नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी. फेस्टिवल के उपलक्ष्य में सभी विभागों की ओर से विभागीय योजनाओं की उपलब्धि पर आधारित आकर्षक प्रदर्शनी भी लगाई गई है.

इस अवसर पर कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने कहा कि, 'जशपुर जिले में आदिवासी जनजाति के लोग बड़ी संख्या में निवास करते हैं. सभी की अपनी अलग-अलग कला एवं संस्कृति है, जिसकी वजह से जशपुर की अलग पहचान है. यहां पहाड़ी कोरवा अगरिया, उरांव जैसी विभिन्न जनजाति निवास करती है, जिनकी कला संस्कृति की अलग पहचान है'.

पढ़ें : झारखंड विधानसभा चुनाव : प्रथम चरण में 13 सीटों के लिए 62.87 प्रतिशत मतदान

उन्होंने कहा कि, 'छत्तीसगढ़ शासन ने आदिवासी कला और संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए नेशनल ट्रायबल डांस फेस्टिवल का आयोजन किया है, जो काबिले तारीफ है. इसके जरिए आदिवासी कला एवं संस्कृति को एक मंच मिला है. आदिवासी क्षेत्रों में रहने वाले कलाकरों को प्रदेश और देश में अपनी कला के प्रदर्शन का अवसर मिला है'.

जशपुर : गम्हरिया में ट्रायबल डांस फेस्टिवल का आयोजन किया गया. इसमें जिले के जशपुर, मनोरा, कुनकुरी और दुलदुला जनपद के विभिन्न ग्रामों के 16 नर्तक दलों ने हिस्सा लिया. आयोजन में विभिन्न प्रदर्शनी भी लगाई गई.

ट्रायबल डांस फेस्टिवल में जमकर थिरके आदिवासी

बता दें कि इस फेस्टिवल में आदिवासी संस्कृति की विशेष छटा बिखरी. कई नृतक दलों ने आयोजन में आदिवासी रीति-रिवाजों, लोकगीत-लोगनृत्य की प्रस्तुति दी. विभिन्न गांव से आए नर्तक दलों ने विवाह, फसल कटाई और पारंपरिक त्योहार के अवसर पर गाए जाने वाले गीत एवं नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी. फेस्टिवल के उपलक्ष्य में सभी विभागों की ओर से विभागीय योजनाओं की उपलब्धि पर आधारित आकर्षक प्रदर्शनी भी लगाई गई है.

इस अवसर पर कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने कहा कि, 'जशपुर जिले में आदिवासी जनजाति के लोग बड़ी संख्या में निवास करते हैं. सभी की अपनी अलग-अलग कला एवं संस्कृति है, जिसकी वजह से जशपुर की अलग पहचान है. यहां पहाड़ी कोरवा अगरिया, उरांव जैसी विभिन्न जनजाति निवास करती है, जिनकी कला संस्कृति की अलग पहचान है'.

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उन्होंने कहा कि, 'छत्तीसगढ़ शासन ने आदिवासी कला और संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए नेशनल ट्रायबल डांस फेस्टिवल का आयोजन किया है, जो काबिले तारीफ है. इसके जरिए आदिवासी कला एवं संस्कृति को एक मंच मिला है. आदिवासी क्षेत्रों में रहने वाले कलाकरों को प्रदेश और देश में अपनी कला के प्रदर्शन का अवसर मिला है'.

Intro:जशपुर जिले में ट्राईबल डांस फेस्टिवल का ग्राम पंचायत गम्हरिया में आयोजन किया गया, आयोजन में जिले के जशपुर, मनोरा, कुनकुरी एवं दुलदुला जनपद के विभिन्न ग्रामों के 16 नर्तक दलों ने हिस्सा लिया इस आयोजन में विभिन्न शासकीय विभागों के स्टाल में प्रदर्शनी भी लगाए गए।


Body:इस ट्रायबल डांस फेस्टिवल में आदिवासी संस्कृति की विशेष छटा दिखाई दी आयोजन में आदिवासी समाज में होने वाले रीतिरिवाजों को लोकगीत ओर लोग नृत्य के माध्यम से विभिन्न नृतक दलों ने प्रदर्शन किया। विभिन्न गाँव से आये नर्तक दलों ने विवाह, फसल कटाई एवं पारंम्परिक त्यौहार के अवसर पर गाए जाने वाले गीत एवं नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। ट्राईबल डांस फेस्टिवल के उपलक्ष्य में सभी विभागों द्वारा विभागीय योजनाओं की उपलब्धि पर आधारित आकर्षक प्रदर्शनी भी लगाई गई है।


Conclusion:इस अवसर पर कलेक्टर  निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने कहा कि जशपुर जिला आदिवासी जनजाति के लोग बड़ी संख्या में निवास करते हैं। सभी की अपनी अलग-अलग कला एवं संस्कृति है, जिसकी वजह से जशपुर की अलग पहचान है। यहाँ पहाड़ी कोरवा अगरिया, उरांव जैसी विभिन्न जनजातियं निवास करती है जिनकी कला संस्कृति की अलग पहचान है, उन्होंने कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आदिवासी कला एवं संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए नेशनल ट्राईबल डांस फेस्टिवल के आयोजन की सराहना की। इसके जरिए आदिवासी कला एवं संस्कृति को एक मंच मिला है। आदिवासी क्षेत्रों में रहने वाले कलाकरों को प्रदेश और देश में अपनी कला के प्रदर्शन का अवसर पर मिला है।

बाइट निलशे कुमार महादेव क्षीरसागर कलेक्टर जशपुर

तरुण प्रकाश शर्मा
जशपुर
Last Updated : Nov 30, 2019, 9:20 PM IST
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