जशपुर: दुलदुला विकासखंड के नोनियाकला गांव के गौठान का सरगुजा कमिश्नर जिनेविवा किंडो ने निरीक्षण किया. उन्होंने गौठान से जुड़े गौठान समिति और स्व-सहायता समूह की महिलाओं से गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी, जैविक खाद निर्माण और अन्य गतिविधियों की जानकारी ली. इसके साथ ही स्व-सहायता समूह की महिलाओं को मौसमी सब्जियों के साथ ही मिर्च और अदरक की खेती के लिए प्रोत्साहित किया.
महिलाएं बन रही आत्मनिर्भर
नोनियाकाल गांव के गौठान में 7 महिला स्व-सहायता समूह को विभिन्न आजीविका से जोड़कर उनको आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है. जैविक खाद निर्माण से जुड़े जय अंबे समूह की महिलाओं ने कमिश्नर को जानकारी देते हुए बताया कि गौठान में अब तक 143 क्विंटल गोबर खरीदी की गई है. साथ ही गोबर विक्रेताओ को राशि का भुगतान सीधे उनके खाते में कर दिया जाता है. इसके अलावा महिलाओं ने अब तक करीब 2 हजार 300 रुपए की जैविक खाद की बिक्री की है.
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महिलाओं को किया प्रोत्साहित
कमिश्नर ने गौठान में पशुओं के लिए चारा, पानी, शेड जैसी सुविधाओं की भी जानकारी ली. समूह की महिलाओं ने बताया कि गौठान और चारागाह में पानी की निर्बाध व्यवस्था के लिए सोलर पंप और मनरेगा के तहत कुंआ का निर्माण किया गया है. कमिश्नर किंडो ने गौठान में चल रहे विभिन्न आजीविका संवर्धन गतिविधियां जैसे मशरूम उत्पादन और मुर्गी पालन का भी जायजा लिया. उन्होंने समूह की महिलाओं को अच्छे से कार्य करने के लिए प्रेरित किया.
पोषण वाटिका का लिया जायजा
इस दौरान किंडो ने गौठान से लगे 18 एकड़ के चारागाह में महिलाओं की ओर से विकसित किए जा रहे पोषण वाटिका का भी जायजा लिया. इस दौरान समूह की महिलाओं ने बताया कि उन्होंने चारागाह में मूंगफली की खेती भी की थी इसके अलावा मवेशियों के लिए नेपियर घास भी लगाई गई थी.
सब्जी उत्पादन के लिए किया प्रोत्साहित
कमिश्नर किंडो ने महिलाओं को चारागाह में साग-सब्जी उत्पादन करके भी अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की समझाईश दी. उन्होंने महिलाओं को लाल भाजी, पालक सहित अन्य मौसमी सब्जियां की पैदावार लेने के साथ ही मिर्च, अदरक, हल्दी की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया.