जशपुर: छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने शिक्षा विभाग, आदिम जाति विभाग और सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक ली. उन्होंने सभी अधिकारियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की बधाई देते हुए संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने जिले में बच्चों को शिक्षा देने वाली नवाचार पद्धति की सराहना करते हुए इसे अन्य विकासखंडों में भी संचालित करने का आदेश दिया. स्कूल शिक्षा मंत्री ने आदिमजाति विभाग के निर्माणाधीन भवनों को शीघ्र पूर्ण करना के निर्देश दिए. उन्होंने वन अधिकार प्राप्त पट्टों के हितग्राहियों को भूमि में लाख की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने के भी निर्देश दिए.
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छात्र-छात्राओं की पढ़ाई के बारे में ली जानकारी
मंत्री टेकाम ने कोरोना महामारी के दौरान बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए किए जा रहे प्रयासों, गणवेश, पाठ्य पुस्तक, छात्रवृत्ति, सूखा राशन और साइकल वितरण के संबंध में जानकारी ली.
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वर्चुअल क्लास के जरिए पढ़ाई
जिला शिक्षा अधिकारी एन कुजूर ने बताया कि जिले में बच्चों को शिक्षा से जोड़ने और उनकी नियमित पढ़ाई जारी रखने के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से विभिन्न माध्यम, केबल टीवी, मोटर साइकिल गुरूजी, मोहल्ला क्लास, लाउडस्पीकर शिक्षा और राज्य शासन की पढ़ई 'तुंहर दुआर योजना' के तहत वर्चुअल कक्षा का संचालन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिले में साइकिल वितरण का कार्य भी पूरा कर दिया गया है. बच्चों के लिए सूखा राशन घर-घर जाकर पहुंचाया जा रहा है.
लगभग 6 हजार बच्चों तक पहुंच रही शिक्षा
जशपुर बीईओ एमजेडयू सिद्दिकी ने बताया कि नगरपालिका क्षेत्र जशपुर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए केबल टीवी के जरिए 1100 घरों को जोड़कर लगभग 2200 बच्चों को शिक्षा दी जा रही है.
उन्होंने बताया कि नगरपालिका क्षेत्र जशपुर में केबल कनेक्शन 2600 घरों में है. इसलिए आगे जशपुर नगरपालिका के 6000 बच्चों को इसके माध्यम से शिक्षा देने की योजना है.