जशपुरः जिले में मध्यान्ह भोजन के लिए सूखा राशन वितरण का काम महिलाओं को सौंपा गया है. कुछ दिन पहले इनसे यह काम छीन कर रायपुर के सहकारी समिति को दिया गया था. महिला समूह से काम बंद करने के आदेश जिला शिक्षा अधिकारी ने निरस्त कर दिया है. साथ ही राशन आपूर्ति करने के लिए पुनः महिला स्वयं सहायता समूह को आदेश दे दिया गया है. साथ ही शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया है कि राशन की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए.
सहकारी समिति को दिया गया था राशन वितरण काम
दरअसल कलेक्टर महादेव के अनुमोदन से जिला शिक्षा अधिकारी ने आदेश दिया था कि, सूखा राशन का वितरण रायपुर की सहकारी समिति द्वारा होगा. जिसके बाद स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर काम वापस देने की मांग की थी. महिलाओं ने अपनी मांग रखते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय में जिला शिक्षा अधिकारी एन कुजूर को घेर लिया था. नाराज महिलाओं ने शिक्षा विभाग पर मनमानी का आरोप लगाया था. आदेश वापस न लिए जाने की स्थिति में कलेक्ट्रेट कार्यालय में धरने पर बैठने की चेतावनी दी थी.
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DEO ने वापस लिया आदेश
जिला शिक्षा अधिकारी एन कुजूर ने बताया कि महिलाओं से सूखा राशन वितरण का काम छीनने जैसी कोई बात नहीं थी. गुणवत्ता में सुधार करने की बात थी. उन्होंने बताया कि काफी शिकायतें मिल रही थी. जिसकी वजह से रायपुर की एक अर्द्ध शासकीय संस्था को राशन वितरण का काम दिया गया था. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर महिलाएं उनसे मिलने आई थी. जिसे लेकर उन्हें हिदायत दी गई है कि गुणवत्ता में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं चलेगी. इसी शर्त पर उन्हें दोबारा काम सौंपा गया है.