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जशपुर: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शिशुवती महिलाओं के घर पहुंचा रहीं राशन - मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान

देश में लॉकडाउन होने के बाद मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कुपोषित बच्चों और शिशुवती महिलाओं को घर तक राशन और पौष्टिक लड्डू पहुंचाने का काम कर रहे हैं.

Ration being provided to malnourished children and infant women in Jashpur
कुपोषित बच्चों और शिशुवती महिलाओं पहुंचाया जा रहा राशन
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Published : Apr 4, 2020, 11:48 AM IST

Updated : Apr 4, 2020, 3:43 PM IST

जशपुर: लॉकडाउन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की ओर से कुपोषित बच्चों और शिशुवती महिलाओं को घर-घर जाकर सूखा राशन और पौष्टिक लड्डू दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत 87075 हितग्राहियों को रेडी-टू-ईट का वितरण किया जा रहा है. जिले में अब तक 16182 हितग्राहियों को सूखा राशन का वितरण किया जा चुका है.

जिला महिला बाल विकास अधिकारी अजय शर्मा ने बताया कि 'आंगनबाड़ी केन्द्रों में 3-6 आयु वर्ग के सामान्य, मध्यम और गंभीर कुपोषित बच्चों को गर्म भोजन के स्थान पर वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में रेडी-टू-ईट प्रतिदिन के हिसाब से 750 ग्राम रेडी-टू-ईट का पैकेट टेक होम राशन अनिवार्य रूप से दिया जा रहा है.'

कुपोषित बच्चों और शिशुवती महिलाओं तक राशन

उन्होंने बताया कि 'कोराना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत सूखा राशन, चावल, गेहूं, दाल, पौष्टिक आहार का पैकेट बनाकर दिया जा रहा है. साथ ही कोरोना वायरस रोकथाम के लिए निर्धारित निर्देशों का पालन भी किया जा रहा है. मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत 6 महीने से 6 साल तक के कुपोषित बच्चे और एनिमिया से पीड़ित महिलाओं को मुक्ति दिलाने के लिए पौष्टिक भोजन दिया जाता है.'

जशपुर: लॉकडाउन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की ओर से कुपोषित बच्चों और शिशुवती महिलाओं को घर-घर जाकर सूखा राशन और पौष्टिक लड्डू दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत 87075 हितग्राहियों को रेडी-टू-ईट का वितरण किया जा रहा है. जिले में अब तक 16182 हितग्राहियों को सूखा राशन का वितरण किया जा चुका है.

जिला महिला बाल विकास अधिकारी अजय शर्मा ने बताया कि 'आंगनबाड़ी केन्द्रों में 3-6 आयु वर्ग के सामान्य, मध्यम और गंभीर कुपोषित बच्चों को गर्म भोजन के स्थान पर वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में रेडी-टू-ईट प्रतिदिन के हिसाब से 750 ग्राम रेडी-टू-ईट का पैकेट टेक होम राशन अनिवार्य रूप से दिया जा रहा है.'

कुपोषित बच्चों और शिशुवती महिलाओं तक राशन

उन्होंने बताया कि 'कोराना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत सूखा राशन, चावल, गेहूं, दाल, पौष्टिक आहार का पैकेट बनाकर दिया जा रहा है. साथ ही कोरोना वायरस रोकथाम के लिए निर्धारित निर्देशों का पालन भी किया जा रहा है. मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत 6 महीने से 6 साल तक के कुपोषित बच्चे और एनिमिया से पीड़ित महिलाओं को मुक्ति दिलाने के लिए पौष्टिक भोजन दिया जाता है.'

Last Updated : Apr 4, 2020, 3:43 PM IST
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