जशपुर: खाद्य विभाग और एनजीओ की तरफ से जिले के खाद्य व्यपारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा था, जहां प्रशिक्षण के दौरान जमकर हंगामा हो गया. व्यवसायियों ने गलत तरीके से प्रशिक्षण के लिए पैसे लेने और बरगला कर प्रशिक्षण में बुलाने का आरोप लगाया है. इस मामले की रिपोर्टिंग करने गए मीडियाकर्मियों से बदसलूकी की भी बात सामने आई है. हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची.
मामले में व्यवसायी भड्डू गुप्ता ने बताया कि 'इस प्रशिक्षण में बुलाने के लिए उन्हें नागपुर महाराष्ट्र से फोन आ रहा था. जिसमें उन्हें इस प्रशिक्षण में पहुंचने को कहा गया था, प्रशिक्षण में नहीं आने की स्थिति में उनके प्रतिष्ठान का लाइसेंस निरस्थ हो जाने की बात कही जा रही थी. जब वे एक निजी होटल पहुंचे, तो एनजीओ प्रशिक्षण के लिए 980 रुपये की फीस वसूल करने लगा, जिसे लेकर व्यापारियों से इस पर आपत्ति जताई. जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया.
मीडिया कर्मियों के साथ बदसलूकी
वहीं इस मामले का कवरेज करने पहुंचे मीडिया कर्मियों के साथ एनजीओ के कार्यकर्ताओं पर बदसलूकी का भी आरोप है. इस घटना की शिकायत मीडियाकर्मियों ने पुलिस से की है.
खाद्य विभाग पर उठे सवाल
बहरहाल, हंगामे के बाद प्रशिक्षण तो बंद करवा दिया गया, लेकिन इस घटना के बाद खाद्य विभाग के अधिकारियों पर भी सवाल उठने लगे. कहीं विभाग भी इस वसूली में शामिल तो नहीं है, क्योंकि जिस तरह से जिला खाद्य अधिकारी ने बताया उससे NGO समेत खाद्य विभाग पर भी सवाल उठने लगे हैं.