जशपुर: जिले में हिंदी माध्यम स्कूल को बंद कर अंग्रेजी माध्यम स्कूल बनाए जाने को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. बंद हुए हिंदी माध्यम स्कूल के पूर्व छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों ने जमकर हंगामा मचाया. उन्होंने अंग्रेजी माध्यम स्कूल में ही दो पाली लगा कर पढ़ाने की सुविधा देने की मांग की है. प्रदर्शनकारियों ने मांग पूरी ना होने पर भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी है.
प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल बनाया जा रहा है. इस स्कूल को शहर के नवीन आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शुरू किया जा रहा है. लेकिन हिन्दी माध्यम को बंद कर अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू करने को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. हिंदी माध्यम में पढ़ने वाले छात्रों और अभिभावकों ने भेद भाव का आरोप लगाया है और उनसे बिना पूछे ही हिन्दी माध्यम स्कूल को बंद करने को लेकर विरोध जताया है. उनका कहना है कि छात्र-छात्राओं का दूसरे स्कूलों में एडमिशन नहीं हो रहा है. जिससे उन्हे दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
नवीन आदर्श की पूर्व छात्रा साक्षी रोशन ने बताया कि वह हिंदी माध्यम स्कूल में कक्षा 11वीं में पढ़ रही थी. अचानक स्कूल ने उन्हें टीसी थमा कर दूसरे स्कूल में एडमिशन लेने को बोल दिया. छात्रा का कहना है की उसने एडमिशन के लिए महारानी लक्ष्मी बाई कन्या माध्यमिक शाला में अप्लाई किया था. लेकिन सीट ना होने की बात कह उन्हें वापस लौटा दिया गया.
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जिला शिक्षा अधिकारी एन कुजूर ने कहा कि स्कूल के सभी विद्यार्थियों के शहर के अन्य स्कूलों में प्रवेश लिए जाने का निर्देश दिया गया है. सभी का एडमिशन होगा, फिर भी कोई शिकायत मिलती है तो जांच की जाएगी.
अंग्रेजी माध्यम स्कूल में प्रवेश प्रक्रिया पूरी
बता दें कि जशपुर में बन रहे शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल में कक्षा 1 से 12 वीं तक 380 सीटों पर प्रवेश की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है. मामला भवन पर आकर अटका हुआ है. पुराने स्कूल भवन के नवीनीकरण के लिए सरकार ने 20 लाख रुपये आवंटित किए हैं. जिसकी मरम्मत का कार्य चल रहा है.