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जशपुरः निजी उपयोग के कारण सार्वजनिक स्विमिंग पूल बंद, बाहर से लौट रहे लोग - chhattisgarh news

शहर में एक सार्वजनिक स्विमिंग पूल बनाया गया था. जिससे शहर के लोग गर्मी में इसका लुत्फ उठा सकें, लेकिन शनिवार रात से यह स्विमिंग पूल बंद है.

निजी उपयोग के कारण सार्वजनिक स्विमिंग पूल बंद, बाहर से लौट रहे लोग
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Published : May 6, 2019, 1:22 PM IST

Updated : May 6, 2019, 9:27 PM IST

जशपुरः स्वच्छता के साथ लोगों को आधुनिक सुविधाएं देने के लिए सरकार करोड़ों खर्च कर रही है. लोगों को इसका लाभ भी मिल रहा है, लेकिन कभी-कभी कुछ जिम्मेदारों की लापरवाही और मनमानी सरकार के सभी अच्छे कामों पर पानी फेर देता है.

निजी उपयोग के कारण सार्वजनिक स्विमिंग पूल बंद, बाहर से लौट रहे लोग

कुछ ऐसा ही मामला जशपुर में सामने आया है. जहां एक अधिकारी के बेटी का बर्थ-डे कार्यक्रम ने इस भीषण गर्मी में लोगों को परेशानी में डाल दिया है. दरअसल, शहर में एक सार्वजनिक स्विमिंग पूल बनाया गया था. जिससे शहर के लोग गर्मी में इसका लुत्फ उठा सकें, लेकिन शनिवार रात से यह स्विमिंग पूल बंद है.

लगा कचरे का अंबार
बताया जा रहा है कि शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के पास बने स्विमिंग पूल के पास में शनिवार रात सीईओ राजेन्द्र कटारा की बेटी के जन्मदिन पार्टी का आयोजन किया गया था. इसमें जिले भर प्रशासनिक अफसर मौजूद थे. लिहाजा स्विमिंग पूल को भी जमकर सजाया गया, लेकिन सुबह जब लोग यहां नहाने पहुंचे तो देखा कि स्विमिंग पूल के आसपास कचरे का अंबार लगा हुआ है.

वापस लौट रहे लोग
स्विमिंग पूल के आसपास फैली गंदगी की तस्वीरें सोशल साइट्स पर तेजी से वायरल होने लगी. जिससे लोगों में नाराजगी बढ़ने लगी. लिहाजा आनन-फानन में स्विमिंग पूल की सफाई के लिए इसे रविवार को बंद कर दिया गया. जिसके कारण भीषण गर्मी में स्विमिंग पूल आए लोगों को बिना नहाये ही वापस लौटना पड़ा.

जशपुरः स्वच्छता के साथ लोगों को आधुनिक सुविधाएं देने के लिए सरकार करोड़ों खर्च कर रही है. लोगों को इसका लाभ भी मिल रहा है, लेकिन कभी-कभी कुछ जिम्मेदारों की लापरवाही और मनमानी सरकार के सभी अच्छे कामों पर पानी फेर देता है.

निजी उपयोग के कारण सार्वजनिक स्विमिंग पूल बंद, बाहर से लौट रहे लोग

कुछ ऐसा ही मामला जशपुर में सामने आया है. जहां एक अधिकारी के बेटी का बर्थ-डे कार्यक्रम ने इस भीषण गर्मी में लोगों को परेशानी में डाल दिया है. दरअसल, शहर में एक सार्वजनिक स्विमिंग पूल बनाया गया था. जिससे शहर के लोग गर्मी में इसका लुत्फ उठा सकें, लेकिन शनिवार रात से यह स्विमिंग पूल बंद है.

लगा कचरे का अंबार
बताया जा रहा है कि शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के पास बने स्विमिंग पूल के पास में शनिवार रात सीईओ राजेन्द्र कटारा की बेटी के जन्मदिन पार्टी का आयोजन किया गया था. इसमें जिले भर प्रशासनिक अफसर मौजूद थे. लिहाजा स्विमिंग पूल को भी जमकर सजाया गया, लेकिन सुबह जब लोग यहां नहाने पहुंचे तो देखा कि स्विमिंग पूल के आसपास कचरे का अंबार लगा हुआ है.

वापस लौट रहे लोग
स्विमिंग पूल के आसपास फैली गंदगी की तस्वीरें सोशल साइट्स पर तेजी से वायरल होने लगी. जिससे लोगों में नाराजगी बढ़ने लगी. लिहाजा आनन-फानन में स्विमिंग पूल की सफाई के लिए इसे रविवार को बंद कर दिया गया. जिसके कारण भीषण गर्मी में स्विमिंग पूल आए लोगों को बिना नहाये ही वापस लौटना पड़ा.

Intro:जशपुर जिला मुख्यालय में सार्वजनिक तरनताल बीते दो दिने से सार्वजनिक उपयोग के लिए बंद कर दिया गया था, ओर उसके निजी उपयोग करने का मामला सामने आया है ,
जानकारी के मुताबिक शहर के शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के समीप स्थित शासकीय तरनताल में बीती रात जिला पंचायत जशपुर के सीईओ राजेन्द्र कटारा की बेटी का जन्म दिन के अवसर पर पार्टी का आयोजन किया गया था। इस पार्टी में जिले भर के प्रशासनिक अफ़सर जुटे थे। इस अफ़सरशाही जश्न के लिए स्वीमिंग पुल के चारो ओर टेंट लगाए जाने के साथ इसकी भरपूर सजावट की गई थी। देर रात तक चले जश्न के बाद इसमें शामिल अफ़सर तो अपने अपने राह चल दिए और पीछे तरन ताल में छोड़ गए कचरे का अंबार। बैलून सहित खाने-पीने की सामग्री चारो तरफ़ बिखरी रही। ये कचरे हवा में उड़ कर तरन ताल के पानी में चले गए। रविवार की सुबह जब शहरवासी यहां तैराकी के लिए पहुंचे तो यहां तैनात कर्मचारियों ने बताया कि आज इसे बंद रखा गया है। इन कर्मचारियों ने बंद रखने का कारण बताना भी जरूरी नहीं समझा।

गर्मी के मौसम में रविवार की छुटटी का मजा तरन ताल में लेना चाहते थे। लेकिन इसे बंद होने की वजह से लोग निराश हो कर अपने घर की ओर लौट गए।

इस बीच सोशल मिडिया में तरणताल में आयोजित जन्म दिवस की पार्टी का फोटो के साथ बिखरे कचरे की फोटो पोस्ट कर दी। ओर वह वायरल हो गई फोटो आते ही शहरवासियों ने सोशल मिडिया में तीखी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी। शहरवासियों के लिए बंद कर इसे पार्टी के लिए दिए जाने पर खुल कर नाराजगी जताते हुए शहरवासियों ने कहा कि अगर प्रशासन तरन ताल का इस तरह से उपयोग करना चाहती है तो आम लोगों को भी इसकी अनुमति दी जानी चाहिए। अगर प्रशासन चाहे तो इसके लिए शुल्क निर्धारित कर सकती है। वहीं कुछ लोगों ने स्वच्छता अभियान का शोर मचाने वाले अधिकारियों द्वारा सार्वजनिक स्थल पर फेलाए गए कचरे पर नाराजगी जताई। शहरवासियों की नाराजगी का अहसास होते ही जिम्मेदार अधिकारियों ने अपना मोबाइल बंद कर लिया या फिर कॉल ही रिसिव नहीं किया। वहीं नगरपालिका के कर्मचारी शाम तक तरन ताल की सफाई के लिए मशक्कत करते रहे।

वही आप को बता दे की दो साल बाद शुरू हुआ था तरन ताल -
         शहर का तरन ताल दो साल तक ताले में कैद रहने के बाद तकरीबन एक माह पहले ही नए सिरे से शुरू हुआ था। जिले के कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने व्यक्तिगत रूचि लेते हुए इसका संचालन शुरू कराया था। कलेक्टर के इस कार्य की जमकर सराहना भी हुई थी। लोगों को उम्मीद थी कि वे इस गर्मी में तरन ताल का भरपूर आनंद ले सकेगें। लेकिन अफ़सरशाही का ऐसा नजारा देखने को मिलेगा,इसकी कल्पना किसी ने भी नहीं की थी।

बाइट सफदर हुसेन शहरवासी
बाइट रोहित जायसवाल शहरवासी
बाइट जीतू सिंह शहरवासी


तरुण प्रकाश शर्मा
जशपुर

Body:तरनताल में पार्टीConclusion:
Last Updated : May 6, 2019, 9:27 PM IST
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