जशपुर : जिले में बीते 3 से 4 दिनों में हुई बारिश और ओलावृष्टि से धान खरीदी केंद्रों में रखे धान के खराब होने की आशंका जताई जा रही थी. बारिश से ज्यादा धान का नुकसान नहीं हुआ है.विपणन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जिला प्रशासन की तरफ से धान खरीदी केंद्रों में पर्याप्त त्रिपाल और गोडाउन में धान को सुरक्षित रखा गया है.
बारिश से बचाव के थे इंतजाम
ओलावृष्टि और तेज बारिश से बचाने के लिए प्रशासन की तरफ से केंद्रों में पर्याप्त त्रिपाल की व्यवस्था पहले से ही कर ली गई थी. इस संबंध में जिला विपणन अधिकारी चंद्रपाल सिंह ने बताया कि बारिश होने से पहले ही शासन जिला प्रशासन की तरफ से धान खरीदी केंद्र की समितियों को निर्देश दे दिए गए थे कि धान का सुरक्षित रखरखाव किया जाए. उन्होंने बताया कि धान को सुरक्षित रखने के लिए समितियों को शासन की तरफ से राशि जारी की जाती है.
![Paddy uplift of more than 70 thousand metric tons in jashpur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-jsp-01-dhaan-rtu-cg10014_22022021112333_2202f_1613973213_1021.jpg)
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बारिश से नहीं हुआ नुकसान
उन्होंने बताया कि जिले में धान खरीदी केंद्र की समितियों से मिली रिपोर्ट में बारिश और ओलावृष्टि से किसी भी तरह के धान के क्षति की रिपोर्ट नहीं आई है. उन्होंने बताया कि जिले में समितियों ने पूर्ण रूप से धन को सुरक्षित रखा है.
64 प्रतिशत धान उठाव का डीईओ जारी
उन्होंने बताया कि जिले में खरीदे गए धान के उठाव के लिए 64% का डीईओ जारी कर दिया गया है. जिसमें मिलरों की तरफ से 64% धान का उठाव भी हो चुका है. 15 मार्च तक पूरा धान उठाव हो जाएगा.
70 हजार मीट्रिक टन से अधिक धान का उठाव
उन्होंने बताया कि 21 फरवरी तक 74 हजार 466 मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीईओ मिलर्स को जारी किया जा चुका है.70 हजार 302 मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है.