जशपुर: विश्व बाल दिवस के अवसर पर बच्चों को पुलिस व्यवस्था से रूबरू कराने के लिए एक दिन के लिए प्रभारी बनाया गया. जशपुर एसपी बालाजी राव के निर्देशन पर जशपुर एसडीओपी राजेंद्र सिंह परिहार और सिटी कोतवाली प्रभारी लक्ष्मण सिंह धुर्वे ने बच्चों को पुलिस के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से अवगत कराया. इसके साथ ही बच्चों को कोतवाली प्रभारी की कुर्सी पर बैठाकर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए संविधान में दी गई उनकी शक्तियों के बारे में भी बताया गया.
जशपुर एसडीओपी राजेंद्र सिंह परिहार ने मानचित्र से ऑनलाइन FIR तक बच्चों को पुलिस व्यवस्था की जानकारी दी. उन्होंने सबसे पहले बच्चों को मानचित्र को समझाते हुए बताया कि सिटी कोतवाली के भीतर दर्जनों गांव हैं, जहां पुलिस पहुंचती है. उन्होंने इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, एएसआई, प्रधान आरक्षक, आरक्षक की तैनाती के संबंध में भी जानकारी दी. बच्चों को एसडीओपी परिहार ने लॉकअप में ले जाकर उन्हें उसकी जानकारी और उसके उपयोग के बारे में बताया.
केस डायरी की दी गई जानकारी
जशपुर एसडीओपी ने मालखाना में रखे गए अपराधियों से जब्त सामान और हथियार की जानकारी भी दी. सीसीटीएनएस की व्यवस्था के लिए बनाए गए कक्ष में जाकर ऑनलाइन एफआईआर को लिखने और उसे देश-दुनिया में कहीं भी रहकर पढ़ने के संबंध में बच्चों को अवगत कराया गया. इसके साथ ही केस डायरी की भी जानकारी दी गई.
बालमित्र कक्ष का कराया भर्मण
एसडीओपी परिहार ने कोतवाली परिसर में बच्चों के लिए बनाए गए बालमित्र कक्ष का भ्रमण कराया. उन्होंने बताया कि गुमशुदा बच्चे या फिर बिछड़े हुए बच्चों को यहां लाकर उनका ख्याल रखा जाता है. इसके बाद उन्हें कोतवाली प्रभारी की कुर्सी में बैठाकर उनके आदेश-निर्देश के साथ उनके कार्यप्रणाली से अवगत कराया गया. इस पूरे कार्यप्रणाली में बच्चों में खासा उत्साह देखने को मिला.