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एक दिन के लिए बच्चों के हाथ में जशपुर की कमान, कानून व्यवस्था से हुए रूबरू

जशपुर एसपी बालाजी राव के निर्देशन पर जशपुर एसडीओपी राजेंद्र सिंह परिहार और सिटी कोतवाली प्रभारी लक्ष्मण सिंह धुर्वे ने बच्चों को पुलिस के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से अवगत कराया.

One day SDOP and TI made to children in Jashpur
जशपुर
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Published : Nov 23, 2020, 7:41 PM IST

Updated : Nov 23, 2020, 9:55 PM IST

जशपुर: विश्व बाल दिवस के अवसर पर बच्चों को पुलिस व्यवस्था से रूबरू कराने के लिए एक दिन के लिए प्रभारी बनाया गया. जशपुर एसपी बालाजी राव के निर्देशन पर जशपुर एसडीओपी राजेंद्र सिंह परिहार और सिटी कोतवाली प्रभारी लक्ष्मण सिंह धुर्वे ने बच्चों को पुलिस के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से अवगत कराया. इसके साथ ही बच्चों को कोतवाली प्रभारी की कुर्सी पर बैठाकर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए संविधान में दी गई उनकी शक्तियों के बारे में भी बताया गया.

बच्चों के हाथ में जशपुर की कमान

जशपुर एसडीओपी राजेंद्र सिंह परिहार ने मानचित्र से ऑनलाइन FIR तक बच्चों को पुलिस व्यवस्था की जानकारी दी. उन्होंने सबसे पहले बच्चों को मानचित्र को समझाते हुए बताया कि सिटी कोतवाली के भीतर दर्जनों गांव हैं, जहां पुलिस पहुंचती है. उन्होंने इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, एएसआई, प्रधान आरक्षक, आरक्षक की तैनाती के संबंध में भी जानकारी दी. बच्चों को एसडीओपी परिहार ने लॉकअप में ले जाकर उन्हें उसकी जानकारी और उसके उपयोग के बारे में बताया.

One day SDOP and TI made to children in Jashpur
बच्चों के हाथ में जशपुर की कमान

केस डायरी की दी गई जानकारी

जशपुर एसडीओपी ने मालखाना में रखे गए अपराधियों से जब्त सामान और हथियार की जानकारी भी दी. सीसीटीएनएस की व्यवस्था के लिए बनाए गए कक्ष में जाकर ऑनलाइन एफआईआर को लिखने और उसे देश-दुनिया में कहीं भी रहकर पढ़ने के संबंध में बच्चों को अवगत कराया गया. इसके साथ ही केस डायरी की भी जानकारी दी गई.

One day SDOP and TI made to children in Jashpur
बच्चों के हाथ में जशपुर की कमान
पढ़ें: सत्ता के वनवास को संघर्ष से खत्म कर, कांग्रेस के लिए उम्मीद की किरण कैसे बना छत्तीसगढ़ ?


बालमित्र कक्ष का कराया भर्मण
एसडीओपी परिहार ने कोतवाली परिसर में बच्चों के लिए बनाए गए बालमित्र कक्ष का भ्रमण कराया. उन्होंने बताया कि गुमशुदा बच्चे या फिर बिछड़े हुए बच्चों को यहां लाकर उनका ख्याल रखा जाता है. इसके बाद उन्हें कोतवाली प्रभारी की कुर्सी में बैठाकर उनके आदेश-निर्देश के साथ उनके कार्यप्रणाली से अवगत कराया गया. इस पूरे कार्यप्रणाली में बच्चों में खासा उत्साह देखने को मिला.

One day SDOP and TI made to children in Jashpur
बच्चों के हाथ में जशपुर की कमान
बच्चे देश के भविष्यइस अवसर पर थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह ध्रुवे ने बताया कि विश्व बाल दिवस के अवसर पर बच्चों को कानून व्यवस्था की जानकारी देते हुए उनके हितों में हो रहे कार्य के बारे में बताया गया. उनकी जिज्ञासा को देखते हुए पुलिस के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से भी अवगत कराया गया. साथ ही उन्हें प्रभारी बनने का अवसर भी दिया गया. उन्होंने कहा कि बच्चे देश के भविष्य हैं, कल उन्हें देश चलाना है इसलिए उनकी जागरूकता के लिए यह कार्य एसपी के निर्देशन पर किया जा रहा है.
One day SDOP and TI made to children in Jashpur
बच्चों के हाथ में जशपुर की कमान

जशपुर: विश्व बाल दिवस के अवसर पर बच्चों को पुलिस व्यवस्था से रूबरू कराने के लिए एक दिन के लिए प्रभारी बनाया गया. जशपुर एसपी बालाजी राव के निर्देशन पर जशपुर एसडीओपी राजेंद्र सिंह परिहार और सिटी कोतवाली प्रभारी लक्ष्मण सिंह धुर्वे ने बच्चों को पुलिस के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से अवगत कराया. इसके साथ ही बच्चों को कोतवाली प्रभारी की कुर्सी पर बैठाकर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए संविधान में दी गई उनकी शक्तियों के बारे में भी बताया गया.

बच्चों के हाथ में जशपुर की कमान

जशपुर एसडीओपी राजेंद्र सिंह परिहार ने मानचित्र से ऑनलाइन FIR तक बच्चों को पुलिस व्यवस्था की जानकारी दी. उन्होंने सबसे पहले बच्चों को मानचित्र को समझाते हुए बताया कि सिटी कोतवाली के भीतर दर्जनों गांव हैं, जहां पुलिस पहुंचती है. उन्होंने इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, एएसआई, प्रधान आरक्षक, आरक्षक की तैनाती के संबंध में भी जानकारी दी. बच्चों को एसडीओपी परिहार ने लॉकअप में ले जाकर उन्हें उसकी जानकारी और उसके उपयोग के बारे में बताया.

One day SDOP and TI made to children in Jashpur
बच्चों के हाथ में जशपुर की कमान

केस डायरी की दी गई जानकारी

जशपुर एसडीओपी ने मालखाना में रखे गए अपराधियों से जब्त सामान और हथियार की जानकारी भी दी. सीसीटीएनएस की व्यवस्था के लिए बनाए गए कक्ष में जाकर ऑनलाइन एफआईआर को लिखने और उसे देश-दुनिया में कहीं भी रहकर पढ़ने के संबंध में बच्चों को अवगत कराया गया. इसके साथ ही केस डायरी की भी जानकारी दी गई.

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बच्चों के हाथ में जशपुर की कमान
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बालमित्र कक्ष का कराया भर्मण
एसडीओपी परिहार ने कोतवाली परिसर में बच्चों के लिए बनाए गए बालमित्र कक्ष का भ्रमण कराया. उन्होंने बताया कि गुमशुदा बच्चे या फिर बिछड़े हुए बच्चों को यहां लाकर उनका ख्याल रखा जाता है. इसके बाद उन्हें कोतवाली प्रभारी की कुर्सी में बैठाकर उनके आदेश-निर्देश के साथ उनके कार्यप्रणाली से अवगत कराया गया. इस पूरे कार्यप्रणाली में बच्चों में खासा उत्साह देखने को मिला.

One day SDOP and TI made to children in Jashpur
बच्चों के हाथ में जशपुर की कमान
बच्चे देश के भविष्यइस अवसर पर थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह ध्रुवे ने बताया कि विश्व बाल दिवस के अवसर पर बच्चों को कानून व्यवस्था की जानकारी देते हुए उनके हितों में हो रहे कार्य के बारे में बताया गया. उनकी जिज्ञासा को देखते हुए पुलिस के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से भी अवगत कराया गया. साथ ही उन्हें प्रभारी बनने का अवसर भी दिया गया. उन्होंने कहा कि बच्चे देश के भविष्य हैं, कल उन्हें देश चलाना है इसलिए उनकी जागरूकता के लिए यह कार्य एसपी के निर्देशन पर किया जा रहा है.
One day SDOP and TI made to children in Jashpur
बच्चों के हाथ में जशपुर की कमान
Last Updated : Nov 23, 2020, 9:55 PM IST
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