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सिस्टम का सितमः घायल महिला को इलाज के लिए 3 किलोमीटर कंधे पर उठाकर ले गए परिजन

बिलजी की चपेट में आने से एक महिला बुरी तरह झुलस गई. सड़क नहीं होने के कारण 108 वहां तक पहुंच नहीं पाई जिसके बाद ग्रामीण महिला को 3 किलोमीटर तक खाट के सहारे मेन रोड तक लेकर आए.

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Published : Apr 1, 2019, 8:22 AM IST

Updated : Apr 1, 2019, 4:02 PM IST

महिला को खाट पर ले जाते लोग
खाट के सहारे महिला को मेन रोड तक ले जाते पहिजन
जशपुर: जिले के बगीचा जनपद के ग्राम बुर्जुडीह में बिजलीकी चपेट में आने से एक महिला बुरी तरह झुलस गई. सड़क नहीं होने के कारण 108 वहां तक पहुंच नहीं पाई जिसके बाद ग्रामीण महिला की जान बचाने तकरीबन 3 किलोमीटर तक खाट के सहारे उसे मुख्य सड़क तक लेकर आए और वहां खड़ी 108 की मदद से महिला को शंकरगढ़ अस्पताल ले जाया गया. जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है.

3 किलोमीटर खाट पर ले गए ग्रामीण
ग्राम छिरोडीह की रहने वाली सुनिता तिर्की अपने मवेशियों को चराने के लिए जंगल की ओर गई थी, तभी अचानक तेज हवा और गरज के साथ बूंदा-बांदी होने लगी. इससे बचने के लिए सुनिता पास में स्थित एक पेड़ के नीचे खड़ी हो गई. इसी दौरान पेड़ पर गाज आ कर गिरी,जिसकी चपेट में आने से सुनिता बुरी तरह से झुलस गई. ग्रामीणों ने महिला की जान बचाने के लिए 108 को फोन किया लेकिन एंबुलेंस सड़क नही होने का कारण उस गांव तक नहीं पहुंच पाई जिसके बाद ग्रामीणों ने घायल महिला को चारपाई के सहारे मुख्य मार्ग पर खड़ी संजीवनी एक्सप्रेस तक पहुंचाया.


जनप्रतिनिधियों से कई बार की थी शिकायत
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सड़क न होने की वजह से अक्सर उन्हें इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बारिश के दिनों में स्थिति और भी खराब हो जाती है. ग्राम के सरपंच बुधेश्वर पैकरा का कहना है कि उन्होनें इस संबंध कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को इस ओर ध्यान दिलायाहै, लेकिन सड़क निर्माण के लिए अब तक कोई पहल नहीं हो सकी है.

वहीं इस मामले में बगीचा जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विनोद सिंह ने बताया किजिले की सीमा तक रोड का निर्माण कर दिया गया है. जिस सड़क की बात कही जा रही है वह बलरामपुर जिले के सीमा क्षेत्र में आता है. इस संबंध में संबंधित अधिकारी ही कुछ बता सकते हैं.

खाट के सहारे महिला को मेन रोड तक ले जाते पहिजन
जशपुर: जिले के बगीचा जनपद के ग्राम बुर्जुडीह में बिजलीकी चपेट में आने से एक महिला बुरी तरह झुलस गई. सड़क नहीं होने के कारण 108 वहां तक पहुंच नहीं पाई जिसके बाद ग्रामीण महिला की जान बचाने तकरीबन 3 किलोमीटर तक खाट के सहारे उसे मुख्य सड़क तक लेकर आए और वहां खड़ी 108 की मदद से महिला को शंकरगढ़ अस्पताल ले जाया गया. जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है.

3 किलोमीटर खाट पर ले गए ग्रामीण
ग्राम छिरोडीह की रहने वाली सुनिता तिर्की अपने मवेशियों को चराने के लिए जंगल की ओर गई थी, तभी अचानक तेज हवा और गरज के साथ बूंदा-बांदी होने लगी. इससे बचने के लिए सुनिता पास में स्थित एक पेड़ के नीचे खड़ी हो गई. इसी दौरान पेड़ पर गाज आ कर गिरी,जिसकी चपेट में आने से सुनिता बुरी तरह से झुलस गई. ग्रामीणों ने महिला की जान बचाने के लिए 108 को फोन किया लेकिन एंबुलेंस सड़क नही होने का कारण उस गांव तक नहीं पहुंच पाई जिसके बाद ग्रामीणों ने घायल महिला को चारपाई के सहारे मुख्य मार्ग पर खड़ी संजीवनी एक्सप्रेस तक पहुंचाया.


जनप्रतिनिधियों से कई बार की थी शिकायत
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सड़क न होने की वजह से अक्सर उन्हें इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बारिश के दिनों में स्थिति और भी खराब हो जाती है. ग्राम के सरपंच बुधेश्वर पैकरा का कहना है कि उन्होनें इस संबंध कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को इस ओर ध्यान दिलायाहै, लेकिन सड़क निर्माण के लिए अब तक कोई पहल नहीं हो सकी है.

वहीं इस मामले में बगीचा जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विनोद सिंह ने बताया किजिले की सीमा तक रोड का निर्माण कर दिया गया है. जिस सड़क की बात कही जा रही है वह बलरामपुर जिले के सीमा क्षेत्र में आता है. इस संबंध में संबंधित अधिकारी ही कुछ बता सकते हैं.

Intro:गाज से घायल महिला की जान बचाने तीन किलोमीटर कंधे में लादकर पैदल चले ग्रामीण

जशपुर बगीचा जनपद के ग्राम बुर्जुडीह में गाज की चपेट में आने से एक महिला बुरी तरह झुलस गई। घायल को इलाज के लिए अस्पताल तक ले जाने के लिए घंटो मशक्कत करना पड़ा। ग्रामीणों ने महिला की जान बचाने के लिए तकरीबन 3 किलोमीटर खाट के सहारे कांधे में लाद कर मुख्य सड़क तक लेकर आये जहाँ खड़ी 108 में घायल महिला को अस्पताल ले जाया गया, क्यों की तक सड़क नही होने के कारण 108 वहाँतक नही पहुँच पाई।

          जशपुर और बलरामपुर जिले की सीमा पर स्थित ग्राम छिरोडीह की रहने वाली सुनिता तिर्की अपने मवेशियों को चराने के लिए जंगल की ओर गई थी, तभी अचानक तेज हवा और गरज के साथ बूंदा बांदी होने लगी। इससे बचने के लिए सुनिता पास में स्थित एक पेड़ के नीचे खड़ी हो गई। इसी दौरान पेड़ पर गाज आ कर गिरा। गाज की चपेट में आ जाने से सुनिता बुरी तरह से झुलस गई। ग्रामीणों ने महिला की जान बचाने के लिए 108 को फोन किया लेकिन एंबुलेंस सड़क नही होने का कारण उस गाँव तक नही पहुँच पाई, तब ग्रामीणों ने चारपाई पर लेटाकरघायल महिला को मुख मार्ग पर खड़ी संजीवनीएक्सप्रेसतक पहुचाया ,
          सबसे नजदीकी अस्पताल बलरामपुर जिले का शंकरगढ़ का होने का कारण घायल महिला को शंकरगढ ले जाया गया जहां उसकी हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।
         
घायल सुनिता की जान बचाने के लिए यहां के सरपंच और पंच सहित ग्रामीणों ने उसे एक खाट में लिटा कर कांधे में लाद दिया। खराब मौसम से जुझते हुए ग्रामीण कांधे में घायल सुनिता को कांधे में लादे हुए तीन किलोमीटर की सफर तय की।


स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सड़क ना होने की वजह से अक्सर इस तरह की कठिनाइयों से उन्हें जुझना पड़ता है। बारिश के दिनों में स्थिति और भी खराब हो जाती है।
ग्राम के सरपंच बुधेश्वर पैकरा का कहना है कि उन्होनें इस संबंध कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट किया है। लेकिन सड़क निर्माण के लिए अब तक कोई पहल नहीं हो सकी है। गर्मी के बाद आने वाले दिनों बारिश के दौरान होने वाली भारी कठिनाई से एक बार बुर्जुडीह के ग्रामीणों को जुझना होगा।

वही इस मामले में बगीचा जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विनोद सिंह ने दुरभाष पर बताया की ''जशपुर जिले की सीमा तक रोड का निर्माण कर दिया गया है। जिस सड़क की बात कही जा रही है वह बलरामपुर जिले के सीमा क्षेत्र में आता है। इस संबंध में संबंधित अधिकारी ही कुछ बता सकते हेैं।

बाइट बुधेश्वर पैकरा सरपंच ग्राम पंचायत छिरोडीह टीशर्ट में
बाइट विनोद भगत स्थानीय निवासी छिरोडीह

तरुण प्रकाश शर्मा
जशपुर Body:GajConclusion:
Last Updated : Apr 1, 2019, 4:02 PM IST
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