जशपुर: जिले में कोरोना संक्रमण के दौरान ड्यूटी कर रहे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (नेशनल हेल्थ मिशन) के लगभग साढ़े 400 कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर आज से चले गए हैं. इसे लेकर प्रशासन की चिंता बढ़ गई है. कलेक्टर महादेव कांवरे ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.
बता दें कि जिले में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से जिला प्रशासन की चिंता बढ़ गई है. कोरोना काल में अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों ने स्वास्थ्य विभाग सहित जिला प्रशासन को चिंता में डाल दिया है. जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों में कोरोना ड्यूटी कर रहे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के लगभग साढ़े 400 कर्मचारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं.
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प्रशासन कर रहा वैकल्पिक व्यवस्था
कलेक्टर महादेव कांवरे ने संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में वैकल्पिक व्यवस्था करके कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में स्वास्थ्य केन्द्रों में कोरोना जांच प्रभावित न होने पाए. कलेक्टर ने अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए कैंप लगाकर कोरोना जांच कराने के निर्देश भी दिए हैं.
मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में 54 लोगों को होम क्वॉरेंटाइन की अनुमति दी गई है. इनमें से 9 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया है. साथ ही बगीचा, कांसाबेल, दुलदुला, कुनकुरी, पत्थलगांव के आइसोलेशन सेंटर को शुरू कर दिया गया है. जहां लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. देखना होगा कि हड़ताल का शासन-प्रशासन पर क्या असर पड़ता है, साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी इसके व्यापक असर देखने को मिल सकते हैं.