जशपुर: छत्तीसगढ़ के जशपुर दुष्कर्म मामले में भाजपा नेता एवं राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष नंद कुमार साय (Nand Kumar Sai) दिव्यांग केंद्र पहुंचे. दिव्यांग केंद्र (Handicap center)में दुष्कर्म और छेड़छाड़ (Rape and molestation) को अमानवीय और शर्मनाक करार देते हुए, मामले में बड़े अधिकारियों की जिम्मेदारी (Responsibilities of senior executives) तय करने की उन्होंने मांग की है. दरअसल, साय सोमवार को केंद्र का निरीक्षण कर मामले की जानकारी लेने जशपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बड़े अधिकारियों से जिम्मेदारी तय करने की मांग की है.
घटना की कड़ी निंदा
वहीं, निरीक्षण के दौरान उन्होंने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस तरह की घटना पूरे व्यवस्था को कटघरे में खड़ी करती है. आगे उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति समाज का दूषित होता नजरिया चिंता का विषय है. बच्चियां देवी के समान है. उनकी पूजा करना सनातन धर्म की परंपरा रही है. ऐसे में इस तरह की घटना विचलित करती है.
सतत निगरानी की जरूरत
आगे उन्होंने कहा कि, प्रदेश की बालिका छात्रावास में पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी. घटना के बाद कुछ दिनों तक सतर्कता और निरीक्षण की बातें की जाती है. फिर वही पुराना ढर्रा चलने लगता है. बालिका स्कूल और छात्रावासों की सतत निगरानी की ठोस व्यवस्था की जानी चाहिए. बता दें कि प्रदेश को झकझोर कर रख देने वाली इस घटना के उजागर होने के बाद कलेक्टर महादेव कावरे ने हॉस्टल अधीक्षक संजय राम को निलंबित करने के साथ ही महिला केयर टेकर को हटा दिया है. साथ ही आरोपी पुरुष केयर टेकर और चौकीदार को भी हटा दिया गया है.
DMC को नोटिस
इसके साथ ही दिव्यांग प्रशिक्षण छात्रावास में बालिकाओं से दुष्कर्म और छेड़छाड़ के मामले में कलेक्टर महादेव कावरे ने राजीव गांधी शिक्षा मिशन के जिला समन्वयक विनोद पैंकरा को कारण बताओ नोटिस थमा दिया है. वहीं, भाजपा डीएमसी के खिलाफ एफआईआर की मांग की जा रही है.