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होम आइसोलेशन में रहकर 7 हजार से ज्यादा मरीजों ने दी कोरोना को मात - जशपुर में कोरोना के मामले

जशपुर में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अब बढ़ रही है. जिले में अब तक 7 हजार से ज्यादा मरीज होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना को मात दे चुके हैं.

patients recovered from corona in home isolation
होम आइसोलेशन में रहकर स्वस्थ हो रहे मरीज
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Published : May 3, 2021, 9:10 PM IST

Updated : May 4, 2021, 9:45 AM IST

जशपुर: कोरोना संक्रमण के आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इन सबके बीच होम आइसोलेशन कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए एक बड़ा सहारा साबित हो रहा है. कोविड-19 की गाइडलाइन का कड़ाई से पालन कराते हुए मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति दी जाती है. इसके साथ ही डॉक्टरों की निगरानी में मरीजों को रखा जाता है. जिला स्तर पर बनाए गए कंट्रोल रूम के जरिए लगातार डॉक्टर हर एक मरीज की मॉनिटरिंग करते हैं. होम आइसोलेशन में रहने वाले करीब 11 हजार से ज्यादा मरीज अब तक होम आइसोलेशन में रहने के बाद ठीक हो चुके हैं.

होम आइसोलेशन में रहकर स्वस्थ हो रहे मरीज

जिले में कोरोना वायरस अपनी जड़ें फैलाता जा रहे है. लेकिन इस बीच कोरोना से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी धीरे-धीरे अब बढ़ने लगी है. जिनमें से ज्यादातर मरीज होम आइसोलेशन रहकर अपना इलाज करा रहे हैं. इस दौरान डॉक्टरों की टीम लगातार उन पर नजर रख रही है.

130 मरीज होम आइसोलेशन से डिस्चार्ज

जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ. आरएस पैकरा ने बताया कि जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के आंकड़े चिंताजनक हैं. लेकिन इस बीच होम आइसोलेशन में रहकर मरीज स्वस्थ भी हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि रविवार देर रात तक जिले में 509 मरीजों की पहचान की गई थी. वहीं 2 लोगों की मौत भी हुई है. साथ ही 148 लोगों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया है. जिनमें से 16 लोगों को कोविड अस्पताल से और 130 मरीजों को होम आइसोलेशन से स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया.

इन बातों का रखा जाता है ध्यान

जिले में कोरोना के एक्टिव मरीजों में ज्यादातर मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है. डॉक्टरों ने बताया कि इसके लिए कोविड-19 की गाइडलाइन का पूरा पालन कराया जाता है. होम आइसोलेशन में मरीज को रखने से पहले यह सुनिश्चित किया जाता है कि मरीज के घर में अलग से एक कमरा हो. साथ ही उसमें बाथरूम भी अटैच हो. कमरे में हवा आने जाने की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए. इसके अलावा मरीज किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित न हो. मरीज में किसी भी तरह के कोरोना के लक्षण न हो.

होम आइसोलेशन में सूरजपुर के 6 हजार से ज्यादा मरीज हुए स्वस्थ

ऑक्सीजन सैचुरेशन का भी रखा जाता है ध्यान

डॉक्टर ने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की डॉक्टरों की टीम लगातार मॉनिटरिंग करती है. जिसके तहत कोरोना संक्रमित मरीज का ऑक्सीजन सैचुरेशन (ऑक्सीजन की मात्रा) लगातार चेक किया जाता है.

11 हजार से ज्यादा मरीजों को होम आइसोलेशन की सुविधा

होम आइसोलेशन की शुरुआत होने के बाद से अब तक, जिले में कुल 11 हजार 457 लोगों को होम आइसोलेशन की सुविधा इलाज के लिए दी गई है. वर्तमान में 4 हजार 86 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है. साथ ही 630 मरीजों को कोविड केयर सेंटर और कोविड-19 अस्पताल में भर्ती किया गया है.

7 हजार से ज्यादा मरीज डिस्चार्ज

डॉक्टरों के मुताबिक जिले में अब तक कुल 7 हजार 484 लोगों को होम आइसोलेशन में रहने के बाद स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया जा चुका है. 2 हजार 513 मरीजों को अस्पताल में स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया है.

जशपुर: कोरोना संक्रमण के आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इन सबके बीच होम आइसोलेशन कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए एक बड़ा सहारा साबित हो रहा है. कोविड-19 की गाइडलाइन का कड़ाई से पालन कराते हुए मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति दी जाती है. इसके साथ ही डॉक्टरों की निगरानी में मरीजों को रखा जाता है. जिला स्तर पर बनाए गए कंट्रोल रूम के जरिए लगातार डॉक्टर हर एक मरीज की मॉनिटरिंग करते हैं. होम आइसोलेशन में रहने वाले करीब 11 हजार से ज्यादा मरीज अब तक होम आइसोलेशन में रहने के बाद ठीक हो चुके हैं.

होम आइसोलेशन में रहकर स्वस्थ हो रहे मरीज

जिले में कोरोना वायरस अपनी जड़ें फैलाता जा रहे है. लेकिन इस बीच कोरोना से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी धीरे-धीरे अब बढ़ने लगी है. जिनमें से ज्यादातर मरीज होम आइसोलेशन रहकर अपना इलाज करा रहे हैं. इस दौरान डॉक्टरों की टीम लगातार उन पर नजर रख रही है.

130 मरीज होम आइसोलेशन से डिस्चार्ज

जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ. आरएस पैकरा ने बताया कि जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के आंकड़े चिंताजनक हैं. लेकिन इस बीच होम आइसोलेशन में रहकर मरीज स्वस्थ भी हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि रविवार देर रात तक जिले में 509 मरीजों की पहचान की गई थी. वहीं 2 लोगों की मौत भी हुई है. साथ ही 148 लोगों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया है. जिनमें से 16 लोगों को कोविड अस्पताल से और 130 मरीजों को होम आइसोलेशन से स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया.

इन बातों का रखा जाता है ध्यान

जिले में कोरोना के एक्टिव मरीजों में ज्यादातर मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है. डॉक्टरों ने बताया कि इसके लिए कोविड-19 की गाइडलाइन का पूरा पालन कराया जाता है. होम आइसोलेशन में मरीज को रखने से पहले यह सुनिश्चित किया जाता है कि मरीज के घर में अलग से एक कमरा हो. साथ ही उसमें बाथरूम भी अटैच हो. कमरे में हवा आने जाने की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए. इसके अलावा मरीज किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित न हो. मरीज में किसी भी तरह के कोरोना के लक्षण न हो.

होम आइसोलेशन में सूरजपुर के 6 हजार से ज्यादा मरीज हुए स्वस्थ

ऑक्सीजन सैचुरेशन का भी रखा जाता है ध्यान

डॉक्टर ने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की डॉक्टरों की टीम लगातार मॉनिटरिंग करती है. जिसके तहत कोरोना संक्रमित मरीज का ऑक्सीजन सैचुरेशन (ऑक्सीजन की मात्रा) लगातार चेक किया जाता है.

11 हजार से ज्यादा मरीजों को होम आइसोलेशन की सुविधा

होम आइसोलेशन की शुरुआत होने के बाद से अब तक, जिले में कुल 11 हजार 457 लोगों को होम आइसोलेशन की सुविधा इलाज के लिए दी गई है. वर्तमान में 4 हजार 86 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है. साथ ही 630 मरीजों को कोविड केयर सेंटर और कोविड-19 अस्पताल में भर्ती किया गया है.

7 हजार से ज्यादा मरीज डिस्चार्ज

डॉक्टरों के मुताबिक जिले में अब तक कुल 7 हजार 484 लोगों को होम आइसोलेशन में रहने के बाद स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया जा चुका है. 2 हजार 513 मरीजों को अस्पताल में स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया है.

Last Updated : May 4, 2021, 9:45 AM IST
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