जशपुर : छत्तीसगढ़ सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजना का जिले में बुरा हाल है. पत्थलगांव विकासखंड के करीब 250 बुजुर्ग सामाजिक सुरक्षा पेंशन से वंचित है, जिनका आरोप है कि, 'ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव उन्हें पेंशन नहीं दे रहे हैं और गुमराह कर रहे हैं'.
दरअसल, मामला जिले के पत्थलगांव जनपद के ग्राम पंचायत छातासरई का है, यहां के बुजुर्ग ग्रामीण 100 किलोमीटर का सफर तय कर जशपुर कलेक्टर से मिलने पहुंचे और पेंशन को लेकर गुहार लगाई. ग्रामीणों का कहना है कि, 'सालों से पेंशन नहीं मिल रही है और कोई उनकी बात भी नहीं सुन रहा है'. ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत में 250 हितग्राही हैं, जिनमें निराश्रित पेंशन, वृद्धा पेंशन, सामाजिक सुरक्षा पेंशन के हितग्राही शामिल हैं, लेकिन उन्हें पेंशन नहीं मिल रही है'.
'सरपंच-सचिव के चक्कर काट कर थके'
बुजुर्ग देवधर ने बताया कि, 'उन्हें करीब 6 माह से पेंशन नहीं मिल रही है. सरपंच-सचिव के चक्कर काट-काट कर थक चुके हैं सरपंच के पास जाने पर बैंक खाते में पेंशन डाल देने की बात कही जाती है और जब बैंक जाते हैं तो वहां से हमें पंचायत भेज दिया जाता है'.
'350 रुपए मिलती है पेंशन'
इन बुजुर्गों का कहना है कि, '350 रुपए पेंशन मिलती है उसके अलावा कोई और निर्वहन का साधन नहीं है पहले खेती-किसानी करते थे, लेकिन शरीर के साथ छोड़ने के बाद अब वो भी नहीं कर पाते हैं'.
7 महीने से नहीं मिली पेंशन
वहीं छातासरई से आए आए बुजुर्ग महेश राम का कहना है कि, '7 माह हो चुके हैं पर उन्हें पेंशन नहीं मिल रही है. लंबे समय से सरपंच और सचिव गुमराह कर रहे हैं. पेंशन से सामान्य जरूरतें पूरी हो जाती हैं, लेकिन अब वो भी नहीं मिल रही है, जिससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है'.
कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
पेंशन दिलाने की गुहार लिए ये सभी बुजुर्ग कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. अब देखना होगी कि इन बुजुर्गों को इनका हक कब तक मिल पाता है.