जशपुर: कुनकुरी थाना क्षेत्र में सामाजिक बहिष्कार का मामला सामने आया है.समाज से बहिष्कृत महिला के पिता की मौत के बाद कोई शव कंधा देने नहीं पहुंचा था. जिसके बाद पुलिस ने मानवता का उदाहरण पेश करते हुए मामले हस्तक्षेप किया और महिला के पिता का अंतिम संस्कार करवाया है. बता दें समाज ने महिला को इंटर कास्ट मैरिज के लिए बहिष्कृत किया था.
समाज के पदाधिकारियों का चाहिए अर्थदंड
महिला ने अन्य समाज के लड़के से शादी की थी. शादी के बाद महिला पर समाज ने अर्थदंड लगाया था. महिला ने उसे स्वीकार नहीं किया. लिहाजा समाज ने उसे बहिष्कृत कर दिया था. उसके पति की मौत कुछ महीने पहले तालाब में डूबने से हुई थी. उस दौरान समाज के पदाधिकारियों ने महिला को जुर्माना भरने को कहा था लेकिन महिला ने इससे इंकार कर दिया. समाज महिला से नाराज चल रहा था लिहाजा जब उसके पिता की मौत हुई तो मौके पर कोई कंधा देने नहीं पहुंचा.
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सरपंच ने दी पुलिस को जानकारी
कुनकुरी थाना प्रभारी भास्कर शर्मा ने बताया कि थाना क्षेत्र के धुमाडांड़ गांव की घटना है. महिला को गैर समाज के व्यक्ति से शादी और फिर उसकी मौत के बाद भी सामाजिक दंड नहीं भरने की सजा दी गई थी. सरपंच तारामनी लकड़ा ने पुलिस को सामाजिक बहिष्कार की जानकारी दी थी. जिसके बाद पुलिस ने महिला की मदद की है.
20 हजार की मांग
पीड़ित महिला ने पुलिस को बताया कि उसने दूसरी जाति के लड़के से शादी की थी. जिसकी मौत पानी मे डूबने से हो गई थी. जिसका मुआवजा सरकार ने 4 लाख रुपए मिला था. समाज के लोगों की पैसों की नजर थी.सामाजिक दंड 20 हजार रुपए भरने का फरमान जारी हुआ था.
पुलिस ने करवाया अंतिम संस्कार
पुलिस ने बताया कि समाज के लोगों को बुलवाया गया. उनकी बात सुनी गई और समाज के लोगों को बात समझाई भी गई, तब जाकर मामला शांत हुआ. लेकिन बावजूद समाज के लोग मृतक को कंधा देने नहीं आए. मृतक का अंतिम संस्कार उसकी बेटियों और दामादों ने पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में किया. पुलिस का कहना है कि समाजिक बहिष्कार करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जा रही है.