जशपुर : मत्स्य बीज उत्पादन करने के मामले में जशपुर प्रदेश में पहले स्थान पर आ गया है. इस साल 6 करोड़ 50 लाख मत्स्य बीज (स्पॉन) उत्पादन का लक्ष्य रखा गया था, जिसे पीछे छोड़ते हुए अब तक 6 करोड़ 80 लाख मत्स्य बीज (स्पॉन) उत्पादन किया जा चुका है. साथ ही स्टैंडर्ड फ्राई के 80 लाख के लक्ष्य को पीछे छोड़ कर अबतक 14 लाख 50 हजार की उपलब्धि प्राप्त कर ली गई है. इसे साथ ही मत्स्य बीज का उत्पादन लगातार जारी है.
मछली पालन के क्षेत्र में जिला आगे बढ़ रहा है. कलेक्टर महादेव कावरे ने मछली पालन विभाग द्वारा मत्स्य बीज उत्पादन के लक्ष्य को पार करने के लिए विभाग के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि जिले में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने और ग्रामीण, किसानों और मछुआरों को इसे व्यवसायिक रूप से अपनाने के लिए प्रेरित करने की बात कही. उन्होंने कहा कि स्पॉन, फ्राई और मत्स्य बीज तैयार करने की प्रक्रिया जारी है. अभी भी दोनों बीज स्पॉन और स्टैंडर्डं फ्राई के लिए मत्स्य बीज उत्पादन की प्रक्रिया जारी है. उन्होंने बताया कि जशपुर अपने लक्ष्य को पूर्ण करने में राज्य में पहले स्थान पर है.
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किसानों के लिए 50-50 स्कीम
जशपुर जिले से झारखंड और ओड़िसा के समीपवर्ती जिले के किसान भी यहां से मत्स्य बीज खरीद कर ले जाते हैं. उन्होंने बताया कि जिले के किसान को 50-50 स्कीम के तहत 2 हजार रुपए का मत्स्य बीज क्रय करने पर 2 हजार रुपए का मत्स्य बीज निःशुल्क दिया जा रहा है. जशपुर के ग्राम बघिमा में भी मत्स्य का उत्पादन होता है यहां मत्स्य बीज उत्पादन का क्षेत्र 2 हेक्टेयर रकबे में है और मत्स्य बीज उत्पादन के लिए 1 हेक्टेयर जल क्षेत्र उपलब्ध है. जिसमें 2 नग प्रजनक पोखर और 7 नग रियरिंग पॉन्ड बनाए गए हैं.