जशपुरः जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई है. गंभीर मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. जिससे इलाज के लिए संसाधनों की कमी होने लगी है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिले के अस्पतालों में कोई बेड खाली नहीं है. जो चिंता का विषय है.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने परिस्थितियों पर काबू पाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन गंभीर मरीजों की संख्या में तेजी आने से ऑक्सीजन सिलेंडर और वैंटिलेटर की समस्या उत्पन्न होने लगी है. इसके साथ ही जिला कोविड-19 अस्पताल के सभी बिस्तर भर चुके हैं. लाइवलीहुड कॉलेज में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में भी 50 प्रतिशन से ज्यादा मरीज भर्ती हैं. जिले में महज 5 वेंटिलेटर और 47 लोगों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था है.
बुधवार को मिले 167 कोरोना संक्रमित
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरएस पैकरा ने बताया कि जिले में 167 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि की गई है. इसके साथ ही सक्रिय केसों की संख्या बढ़कर 1071 पहुंच चुकी है. कोरोना संक्रमित की पहचान करने के लिए जांच की संख्या भी लगातार बढ़ाई जा रही है. उन्होंने बताया कि बुधवार को 1732 लोगों का टेस्ट किया गया था. जिनमें से 167 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. आरएस पैकरा ने बताया कि अप्रैल माह में अब तक 900 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं.
बेमेतरा जिला 10 से 19 अप्रैल तक टोटल लॉकडाउन
संसाधनों के अभाव की चिंता
लगातार बढ़ते संक्रमित मरीजों की संख्या से अब स्वास्थ्य विभाग चिंता में है. अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों पर दबाव बढ़ने लगा है. गंभीर संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए कोविड अस्पताल ही एकमात्र उम्मीद की किरण है. वहीं 75 बेड की क्षमता वाला जिला अस्पताल पूरी तरह भर चुका है. यहां 10 गंभीर संक्रमित मरीजों के साथ कुल 74 मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
जिले में मात्र 5 वेंटिलेटर मौजूद
जिला सर्विलांस अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 मरीजों के लिए जिले में मात्र 5 वेंटिलेटर और 47 ऑक्सीजन वाला बेड ही मौजूद है. इसके साथ ही लाइवलीहुड कॉलेज में बनाया गया कोविड केयर सेंटर भी आधा भर चुका है. 200 बिस्तर के कोविड-19 सेंटर में करीब 100 मरीज भर्ती किए जा चुके हैं. इसके अलावा जिले के तपकरा और पत्थलगांव में बनाए गए कोविड सेंटर में भी अब कुछ बेड ही खाली है.