जशपुर: पत्थलगांव इलाके में तेज ओलावृष्टि से घरों की छत और फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचा है. लॉकडाउन के दौरान लोग अपने घरों में हैं, वहीं बदलते मौसम की मार से ग्रामीण खासे प्रभावित हो रहे हैं. आंधी-तूफान और तेज ओलावृष्टि से जहां किसानों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है, तो वहीं कई घरों की छतें टूट गई हैं. जिला प्रशासन अब नुकसान का मुआवजा देने की बात कह रहा है.
दरअसल बीते दो दिनों से पत्थलगांव क्षेत्र के लुड़ेग, कोतबा और तमता इलाके में आए आंधी-तूफान से जनजीवन खासा प्रभावित हो गया है. कई जगह बारिश के साथ ओलावृष्टि ने किसान के खेतों में तैयार धान, गेहूं और सब्जियों की फसल को पूरी तरह नष्ट कर दिया है. आफत बनकर टूटी ओलावृष्टि ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है. कई गांवों में बिजली के तार टूटने के कारण ब्लैकआउट की स्थिति बन गई है.
प्रशासन से मुआवजे की मांग
ओलावृष्टि से हुए नुकसान को लेकर किसान मुआवजे सहित आर्थिक मदद की मांग कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि उनकी फसल बर्बाद हो गई है, घर की छत उजड़ गई है, घर में पानी भर चुका है, रहने को जगह नहीं है.
मुआवजा देने की तैयारी
पत्थलगांव SDM दशरथ राजपूत का कहना है कि ओलावृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रशासन मुआवजा देने की तैयारी कर रहा है. जिसके लिए राजस्व अमला गांव-गांव जाकर सर्वे कर रहा है. इसमें पटवारी, तहसीलदार को भी ड्यूटी पर लगाया गया है. ग्रामीणों को जल्द ही मुआवजा दिया जाएगा. वहीं अधिक प्रभावित लोगों के रहने और खाने की व्यवस्था भी प्रशासन कर रहा है.