जशपुर : जिला लाइब्रेरी में मुख्यमंत्री शहर कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम के तहत ई साक्षरता केंद्र की शुरुआत की गई. इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष हीरू राम निकुंज, जशपुर कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीर सागर सहित विभाग के दूसरे अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे.
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना मकसद
लाइब्रेरी में स्थित ई साक्षरता केंद्र के माध्यम से घरेलू महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है, ताकि जिले की महिला पुरुषों के कदम से कदम मिला कर चल सकें, ई साक्षरता में 14 से लेकर 60 महिलाओं को डिजिटल कर ई-मेल करना ऑनलाइन कार्य करना e-payment, रेलवे टिकट बुक करने से लेकर सोशल मीडिया जैसे facebook, whatsaap और tweeter का उपयोग कर दैनिक जीवन में इनकी भूमिका के बारे में बताना है.
इस विषय की दी गई जानकारी
इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना है, जिसमें श्रेष्ठ व्यक्तित्व, विकास कौशल विकास, विविध साक्षरता, वित्तीय साक्षरता और समय प्रबंधन के बारे में विस्तृत से जानकारी दी जाएगी.
विस्तार से मिलेगी जानकारी
इस अवसर पर कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीर सागर ने कहा कि ' कार्यक्रम में साक्षरता के मूल रूप से लेकर डिजिटल साक्षरता के चरण की विस्तार से जानकारी दी जाएगी'.
विविध और वित्तीय साक्षरता के लिए किया गया प्रेरित
जशपुर जिले में महिलाओं को विविध साक्षरता और वित्तीय साक्षरता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया गया है. साथ ही ऐसी महिलाएं, जो किसी कारण से अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाई, उनसे इस कार्यक्रम के जरिए समतुल्य परीक्षा में बैठकर अपनी पढ़ाई जारी रखने की अपील की गई है.
16 से 60 साल की महिलाएं होंगी शामिल
महिलाएं मुख्यमंत्री कार्यक्रम के माध्यम से साक्षरता में अपना पंजीयन कराने के बाद प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने दैनिक उपयोग में डिजिटल संसाधनों का उपयोग कर आत्मनिर्भर बन सकती हैं. कलेक्टर ने बताया कि 'इस कार्यक्रम में खासकर 16 से लेकर 60 साल तक की महिलाओं को शामिल किया जाएगा.
आसानी से कर सकेंगे उपयोग
नगर पालिका अध्यक्ष हीरू राम निकुंज ने कहा कि 'यह छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है'. उन्होंने कहा कि 'महिलाओं इस कार्यक्रम के माध्यम से मिलेगा डिजिटल प्रशिक्षण मिलेगा. 60 साल तक के लोगों को पुणे डिजिटल के माध्यम से शिक्षा हासिल करने का मौका मिलेगा, जिससे वे बैंकिंग के साथ-साथ दूसरे कार्यक्षेत्र में इसका आसानी से उपयोग कर सकेंगे.
क्लास लगाने के लिए किया प्रोत्साहित
हीरू राम ने कहा कि 'साक्षरता को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक संसाधनों का उपयोग कर आने वाली पीढ़ियों के लिए उपयोगी सिद्ध करने के लिए निरंतर क्लास लगाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है.