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जशपुर: कुनकुरी वन परिक्षेत्र में सायरन सजग एप हुआ खराब, हाथियों की एंट्री से दहशत

जशपुर के कुनकुरी वन परिक्षेत्र में हाथियों की हलचल बढ़ती जा रही है. ऑनलाइन अलर्ट सिस्टम की खराबी ने अब ग्रामीण इलाके में रहने वाले लोगों की नींदे उड़ा दी है. पिछले 15 दिनों से सजग सायरन एप खराब पड़ा है. हाल में हाथियों ने ग्रामीण इलाकों में उत्पात मचाया था. वन विभाग की लापरवाही अब लोगों के लिए खतरनाक साबित हो रही है.

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कुनकुरी वन परिक्षेत्र में सायरन सजग एप हुआ खराब
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Published : Dec 25, 2020, 3:56 PM IST

Updated : Dec 25, 2020, 4:26 PM IST

जशपुर: हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर जंगली हाथियों से ग्रामीण इलाकों में दहशत फैल गई है. जंगली हाथियों का उत्पात लगातार जारी है. हाथियों से बचाने और ग्रामीणों को सतर्क करने के लिए 10 सायरन लगाए गए हैं. सायरन को 'सजग' नाम दिया गया है. लेकिन अब वन विभाग की लापरवाही के कारण सायरन सिर्फ नाम का सजग रह गया है. ये सायरन पिछले 15 दिनों से तकनीक खराबी की वजह से खराब है.

सायरन सजग एप हुआ खराब

पढ़ें: राजपुर वन परिक्षेत्र में हाथियों की दहशत, दल से बिछड़े हाथी ने गांव में मचाया उत्पात

जशपुर वन विभाग ने हाथियों पर निगरानी रखने के लिए ऑनलाइन सायरन बनाया था, लेकिन सायरन लापरवाही की भेंट चढ़ गया. सभी सायरन ऑफलाइन बता रहे हैं. ऐसे में हाथियों की आने की खबर लोगों को नहीं मिल पा रही है. तकनीकी खराबी के कारण अलर्ट जारी नहीं हो पा रहा है. DFO ने इस खराबी को जल्द ठीक कर लेने की बात कही है.

Elephant-alert sajag siren app
सायरन सजग एप हुआ खराब

पढ़ें: बालोद: रिहायशी इलाके की ओर बढ़ रहा 22 हाथियों का दल, हेलीकॉप्टर के जरिए रखी जा रही नजर

कुनकुरी वन परिक्षेत्र में हाथियों की बढ़ी हलचल

वन विभाग ने हाथी प्रभावित क्षेत्र के 10 गांवों में जान माल की सुरक्षा के लिए हाथियों पर ऑनलाइन निगरानी रखी है. वन विभाग की महत्वाकांक्षी योजना के तहत सजग सायरन लगाए गए थे. जो बाद में बंद पड़े हैं. ऐसे में तपकरा और कुनकुरी वन परिक्षेत्र में हाथियों की हलचल बढ़ती जा रही है. ऑनलाइन अलर्ट सिस्टम की खराबी से ग्रामीण परेशान हैं.

Elephant-alert sajag siren app malfunction in Junkpur Kunkuri forest zone in jashpur
कुनकुरी वन परिक्षेत्र में सायरन सजग एप हुआ खराब

इस तरह काम करता है सजग एप
वन विभाग ने एक एप तैयार किया है. मोबाइल एप को सजग नाम दिया गया है. यह इंटरनेट से संचालित होना वाला एप है. एप के जरिए हाथियों के आने की खबर नजदीकी बीट गॉर्ड और हाथी मित्र दल के सदस्यों के पास पहुंच जाती है. बीट गार्ड और हाथी मित्र दल के पास मोबाइल पर SMS से सूचना मिलती है. सूचना मिलते ही बीट गॉर्ड और हाथी मित्र दल के सदस्य लोगों को सायरन के माध्यम से सतर्क करते हैं.

Elephant-alert sajag siren app malfunction in Junkpur Kunkuri forest zone in jashpur
सजग एप का सायरन खराब
इन गांवों में लगा है सिस्टमतपकरा वनपरिक्षेत्र के ग्राम जुनवाईन, टिकलीपारा,जबला,मुंडाडीह, बाम्हनमारा और दुलदुला के चटकपुर और बुकना में सिस्टम स्थापित किया गया है. जिले के ये सभी गांव घोर हाथी प्रभावित गांव के रूप में चिन्हांकित हैं.सजग एप को जल्द सुधारा जाएगा वन मंडलाधिकारी कृष्ण जाधव ने बताया कि 10 जगहों पर सजग एप के माध्यम से सायरन लगाए गए हैं. इसके माध्यम से हाथियों को लेकर अलर्ट जारी किया जाता है. वह अभी सप्ताह भर से बंद है. उन्होंने कहा कि तकनीकी खराबी के कारण कुछ समस्याएं आई थी. लेकिन इस समस्या को सुधार दिया जाएगा. DFO ने जल्द सायरन को ठीक कराने की बात कही है.

जशपुर: हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर जंगली हाथियों से ग्रामीण इलाकों में दहशत फैल गई है. जंगली हाथियों का उत्पात लगातार जारी है. हाथियों से बचाने और ग्रामीणों को सतर्क करने के लिए 10 सायरन लगाए गए हैं. सायरन को 'सजग' नाम दिया गया है. लेकिन अब वन विभाग की लापरवाही के कारण सायरन सिर्फ नाम का सजग रह गया है. ये सायरन पिछले 15 दिनों से तकनीक खराबी की वजह से खराब है.

सायरन सजग एप हुआ खराब

पढ़ें: राजपुर वन परिक्षेत्र में हाथियों की दहशत, दल से बिछड़े हाथी ने गांव में मचाया उत्पात

जशपुर वन विभाग ने हाथियों पर निगरानी रखने के लिए ऑनलाइन सायरन बनाया था, लेकिन सायरन लापरवाही की भेंट चढ़ गया. सभी सायरन ऑफलाइन बता रहे हैं. ऐसे में हाथियों की आने की खबर लोगों को नहीं मिल पा रही है. तकनीकी खराबी के कारण अलर्ट जारी नहीं हो पा रहा है. DFO ने इस खराबी को जल्द ठीक कर लेने की बात कही है.

Elephant-alert sajag siren app
सायरन सजग एप हुआ खराब

पढ़ें: बालोद: रिहायशी इलाके की ओर बढ़ रहा 22 हाथियों का दल, हेलीकॉप्टर के जरिए रखी जा रही नजर

कुनकुरी वन परिक्षेत्र में हाथियों की बढ़ी हलचल

वन विभाग ने हाथी प्रभावित क्षेत्र के 10 गांवों में जान माल की सुरक्षा के लिए हाथियों पर ऑनलाइन निगरानी रखी है. वन विभाग की महत्वाकांक्षी योजना के तहत सजग सायरन लगाए गए थे. जो बाद में बंद पड़े हैं. ऐसे में तपकरा और कुनकुरी वन परिक्षेत्र में हाथियों की हलचल बढ़ती जा रही है. ऑनलाइन अलर्ट सिस्टम की खराबी से ग्रामीण परेशान हैं.

Elephant-alert sajag siren app malfunction in Junkpur Kunkuri forest zone in jashpur
कुनकुरी वन परिक्षेत्र में सायरन सजग एप हुआ खराब

इस तरह काम करता है सजग एप
वन विभाग ने एक एप तैयार किया है. मोबाइल एप को सजग नाम दिया गया है. यह इंटरनेट से संचालित होना वाला एप है. एप के जरिए हाथियों के आने की खबर नजदीकी बीट गॉर्ड और हाथी मित्र दल के सदस्यों के पास पहुंच जाती है. बीट गार्ड और हाथी मित्र दल के पास मोबाइल पर SMS से सूचना मिलती है. सूचना मिलते ही बीट गॉर्ड और हाथी मित्र दल के सदस्य लोगों को सायरन के माध्यम से सतर्क करते हैं.

Elephant-alert sajag siren app malfunction in Junkpur Kunkuri forest zone in jashpur
सजग एप का सायरन खराब
इन गांवों में लगा है सिस्टमतपकरा वनपरिक्षेत्र के ग्राम जुनवाईन, टिकलीपारा,जबला,मुंडाडीह, बाम्हनमारा और दुलदुला के चटकपुर और बुकना में सिस्टम स्थापित किया गया है. जिले के ये सभी गांव घोर हाथी प्रभावित गांव के रूप में चिन्हांकित हैं.सजग एप को जल्द सुधारा जाएगा वन मंडलाधिकारी कृष्ण जाधव ने बताया कि 10 जगहों पर सजग एप के माध्यम से सायरन लगाए गए हैं. इसके माध्यम से हाथियों को लेकर अलर्ट जारी किया जाता है. वह अभी सप्ताह भर से बंद है. उन्होंने कहा कि तकनीकी खराबी के कारण कुछ समस्याएं आई थी. लेकिन इस समस्या को सुधार दिया जाएगा. DFO ने जल्द सायरन को ठीक कराने की बात कही है.
Last Updated : Dec 25, 2020, 4:26 PM IST
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