ETV Bharat / state

जशपुर: बिजली विभाग ने ग्रामीणों को थमाया 5 हजार से 45 हजार तक का बिल

जशपुर में बिजली विभाग ने बुधगांव के ग्रामीणों को 5 हजार से लेकर 45 हजार रुपये तक का बिल थमा दिया है. जिससे ग्रामीण परेशान हैं और कलेक्टर से कार्रवाई की गुहार लगा रहे हैं.

author img

By

Published : Nov 4, 2020, 7:34 PM IST

Electricity department jashpur
बिजली विभाग की लापरवाही

जशपुर: बुधगांव के ग्रामीणों ने बिजली के बिल में विद्युत विभाग द्वारा की गई गड़बड़ी की शिकायत कलेक्टर महादेव कावरे से की है. ग्रामीणों के मुताबिक वे 2-3 बल्ब का उपयोग करते हैं और बिल भी समय पर जमा करते हैं. बावजूद इसके महीने का 5 हजार से लेकर 45 हजार रुपये का बिल आया है. परेशान ग्रामीणों ने बिल में सुधार करने के लिए कलेक्टर से गुहार लगाई है.

बिजली विभाग की लापरवाही

मामला जशपुर विकासखंड के ग्राम बुधगांव का है, जहां विद्युत विभाग की लापरवाही से गरीब ग्रामीणों का बिजली बिल 5 हजार से लेकर 45 हजार तक आया है. ग्रामीण सुमेश कुजूर ने बताया कि दो साल पहले उनके गांव में बिजली पहुंची थी. अंधेरे से छुटकारा मिलने की उम्मीद से ग्रामीणों में उत्साह था. बिजली विभाग ने कुछ दिनों बाद बस्ती के सभी घरों में मीटर भी लगा दिया. सब कुछ ठीक चल रहा था. अगस्त 2020 तक बस्ती के सभी घरों में 200 से 300 रुपये तक बिजली बिल आ रहा था. सभी उपभोक्ता समय से बिल का भुगतान भी कर रहे थे.

पढ़ें-जशपुर: ई-मेगा कैंप का आयोजन, हितग्राहियों को राहत राशि और सामग्री की गई वितरित

विभाग के अधिकारी दे रहे लाइन काटने की चेतावनी

सुबोध एक्का ने बताया कि सितंबर में लोगों को 5 हजार से लेकर 45 हजार रुपये का बिल विभाग ने थमाया है. इस भारी भरकम बिजली बिल से राहत मिलने की उम्मीद लिए ग्रामीण बिजली विभाग के कर्मचारियों से फरियाद लगाते थक चुके हैं. विभाग के स्थानीय लाइनमैन ने बिल को सुधरवाने का आश्वासन देते हुए आवेदन मांगा था, लेकिन महीना गुजर जाने के बाद भी बिल सुधर नहीं पाया है. इस बीच, बिजली विभाग के कर्मचारी बिल का भुगतान न होने पर लाइन काटने की चेतावनी देने लगे हैं. इससे बस्ती पर एक बार फिर अंधेरे में डूब जाने का खतरा मंडराने लगा है. हालांकि, केस में अब कलेक्टर ने ग्रामीणों को जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया है.

जशपुर: बुधगांव के ग्रामीणों ने बिजली के बिल में विद्युत विभाग द्वारा की गई गड़बड़ी की शिकायत कलेक्टर महादेव कावरे से की है. ग्रामीणों के मुताबिक वे 2-3 बल्ब का उपयोग करते हैं और बिल भी समय पर जमा करते हैं. बावजूद इसके महीने का 5 हजार से लेकर 45 हजार रुपये का बिल आया है. परेशान ग्रामीणों ने बिल में सुधार करने के लिए कलेक्टर से गुहार लगाई है.

बिजली विभाग की लापरवाही

मामला जशपुर विकासखंड के ग्राम बुधगांव का है, जहां विद्युत विभाग की लापरवाही से गरीब ग्रामीणों का बिजली बिल 5 हजार से लेकर 45 हजार तक आया है. ग्रामीण सुमेश कुजूर ने बताया कि दो साल पहले उनके गांव में बिजली पहुंची थी. अंधेरे से छुटकारा मिलने की उम्मीद से ग्रामीणों में उत्साह था. बिजली विभाग ने कुछ दिनों बाद बस्ती के सभी घरों में मीटर भी लगा दिया. सब कुछ ठीक चल रहा था. अगस्त 2020 तक बस्ती के सभी घरों में 200 से 300 रुपये तक बिजली बिल आ रहा था. सभी उपभोक्ता समय से बिल का भुगतान भी कर रहे थे.

पढ़ें-जशपुर: ई-मेगा कैंप का आयोजन, हितग्राहियों को राहत राशि और सामग्री की गई वितरित

विभाग के अधिकारी दे रहे लाइन काटने की चेतावनी

सुबोध एक्का ने बताया कि सितंबर में लोगों को 5 हजार से लेकर 45 हजार रुपये का बिल विभाग ने थमाया है. इस भारी भरकम बिजली बिल से राहत मिलने की उम्मीद लिए ग्रामीण बिजली विभाग के कर्मचारियों से फरियाद लगाते थक चुके हैं. विभाग के स्थानीय लाइनमैन ने बिल को सुधरवाने का आश्वासन देते हुए आवेदन मांगा था, लेकिन महीना गुजर जाने के बाद भी बिल सुधर नहीं पाया है. इस बीच, बिजली विभाग के कर्मचारी बिल का भुगतान न होने पर लाइन काटने की चेतावनी देने लगे हैं. इससे बस्ती पर एक बार फिर अंधेरे में डूब जाने का खतरा मंडराने लगा है. हालांकि, केस में अब कलेक्टर ने ग्रामीणों को जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.