जशपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के बाद, विशेष पिछड़ी जनजाति के 142 शिक्षित युवाओं को नौकरी दी गई है. शिक्षा विभाग में सहायक शिक्षक के पदों पर इन युवाओं को नियुक्ति मिली है. कलेक्ट्रेट कार्यालय जशपुर स्थित सभा कक्ष में नव नियुक्त कर्मचारियों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया. जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए. उन्होंने नवनियुक्त युवाओं को वर्चुअल रूप से नियुक्ति पत्र वितरित किया और शुभकामनाएं दी है.
सीधी भर्ती के जरिए दी गई नौकरी: कलेक्टर ने बताय़ा कि "मुख्यमंत्री के सीधी भर्ती संबंधी घोषणा के तहत 142 पात्र युवाओं को नौकरी दी गई. सभी पहाड़ी कोरवा से आते हैं. जिसमें हायर सेकेण्डरी सर्टिफिकेट परीक्षा उत्तीर्ण 124, स्नातक उत्तीर्ण 11 एवं स्नातकोत्तर उत्तीर्ण 06 पहाड़ी कोरवा अभ्यर्थी हैं. इनकी नियुक्ति से जहां एकल शिक्षकीय प्राथमिक स्तर के विद्यालयों में शिक्षकों की पूर्ति होगी. वहीं, ये अपने समाज में आदर्श के रूप में स्थापित होकर समाज के अन्य लोगों को भी प्रेरित करेंगे. बिरहोर समुदाय के भी हायर सेकंडरी सर्टिफिकेट परीक्षा उत्तीर्ण एक अभ्यर्थी को नियुक्ति दी गई है.
युवाओं ने मुख्यमंत्री का जताया आभार: शासकीय नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र पाने वाले युवाओं ने, मुख्यमंत्री बघेल के प्रति आभार प्रकट किया. असीमा ने सीएम से कहा "आपने बगीचा में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान विशेष पिछड़ी जनजातिय युवाओं को दस दिन में नियुक्ति दिलाने का ऐलान किया था. यह अब पूरा हो गया. इसके पूरा होने से हमें खुशी है"
यह भी पढ़ें: Reservation bill: राज्यपाल द्वारा आरक्षण बिल लौटाने की खबर पर गरमाई सियासत, राजभवन ने किया इनकार
कुनकुरी विधायक ने हर संभव मदद की बात कही: संसदीय सचिव एवं कुनकुरी विधायक यूडी मिंज ने नवनियुक्त युवाओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि"प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विशेष पिछड़ी जनजाति के युवा वर्ग को सही दिशा दे रहे हैं. जिन लोगों को नौकरी मिली है. वह समाज के लोगों को प्रेरित करने का काम करेंगे"
प्रदेश में कुल 708 युवाओं को मिली नियुक्ति: इससे पहले भी जिले के पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों को नौकरी मिली है. कुल अभ्यर्थियों को उनकी पात्रता के अनुसार 57 पदों पर नियुक्तियां दी जा चुकी है. अब तक प्रदेश में विशेष पिछड़ी जनजाति के 708 युवाओं को नौकरी मिली है."