जशपुर: जिला जेल में बीते 30 अप्रैल को मिले कोरोना संक्रमण के 21 नए मामलों के बाद प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश अब्दुल जाहिद कुरैशी ने जिला जेल में बंद बंदियों को प्राथमिकता से स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. जिसे लेकर न्यायाधीश ने जिले के आला अधिकारियों की वर्चुअल बैठक ली है. इस दौरान जशपुर कलेक्टर महादेव कावरे, उप पुलिस अधीक्षक पुणेजा खातून अंसारी और जेल अधीक्षक भी शामिल हुए.
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जशपुर जिला जेल में बीते 30 अप्रैल को 21 कोरोना संक्रमित पाए गए थे. जिसे संज्ञान में लेते हुए जिले के प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश अब्दुल जाहिद कुरैशी ने ऑनलाइन के जरिए अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. इस दौरान प्रभारी जिला सत्र न्यायाधीश अब्दुल जाहिद कुरैशी ने कहा कि जिला जेल में बंद बंदियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के सार्थक प्रयास करें. साथ ही बैरक को सैनिटाइज भी करें. मास्क उपलब्ध कराएं और एक दूसरे से दो गज की दूरी बनाने के लिए अनिवार्य रूप से कहें. साथ ही बंदियों का अनिवार्य रूप से कोरोना टेस्ट करने के निर्देश दिए हैं.
डॉक्टर की निगरानी में रहें बंदी
न्यायाधीश ने कहा कि जिनका टेस्ट के दौरान कोरोना पॉजिटिव रिजल्ट आ रहा है. ऐसे मरीजों को अलग बैरक में रखा जाए. कोरोना किट, दवाई तत्काल उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है. साथ ही डाक्टरों की निगरानी में उनका ऑक्सीमीटर के माध्यम से उनका ऑक्सीजन लेबल चेक करने के निर्देश दिए हैं.
गंभीर मरीजों का तत्काल इलाज हो
कोरोना से गंभीर बंदियों को तत्काल स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि जिनका रिपोर्ट निगेटिव आया है. उनको भी कोरोना कीट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि जेल के अंदर सभी बंदी कोरोना नियमों का पालन करें.