जशपुर: कोरोना संक्रमण काल (Corona Transition Period) नर्स अपना घर-द्वार छोड़कर दिन-रात मरीजों की सेवा में जुटी हुई हैं. वहीं कुछ लोग इन नर्सों के साथ दुर्व्यवहार करने से बाज नहीं आ रहे हैं. जिले लाइवलीहुड कॉलेज में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में कोरोना ड्यूटी पर तैनात महिला नर्स के साथ गाली-गलौज करने का मामला सामने आया है. एक हाई रिस्क मरीज को जब नर्स दवाइयां देने गई तब मरीज ने दवाई लेने से मना कर दिया. साथ ही गाली-गलौज करने लगा. जिसके बाद मामले की जानकारी नर्स ने डॉक्टरों को दी. मामला बिगड़ता देख मरीज के परिजनों ने शपथ पत्र लिखते हुए अपनी गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगी. जिसके बाद डॉक्टर मरीज का इलाज कर रहे हैं.
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जानिए क्या है पूरा मामला
दअरसल पूरा मामला लाइवलीहुड कोविड केयर सेंटर में शनिवार रात की है. ड्यूटी पर तैनात डॉ. लक्ष्मीकांता आपट ने बताया कि सेंटर में भर्ती मरीजों का रूटीन चेकअप चल रहा था. इस दौरान मरीज महमूद कुरेशी की जांच रिपोर्ट देखी गई. जिसमें उनका ब्लड शुगर काफी बढ़ा हुआ था. उन्हें हाई रिस्क में रखा गया था. मरीज की रिपोर्ट के आधार पर शुगर नार्मल करने कुछ इन्जेक्शन मरीज को देने नर्स को भेजा गया. इंजेक्शन देखते ही मरीज नर्स पर भड़क उठा. कहने लगा कि मैं इतना बीमार हूं क्या जो मुझे ये सब दवाइयां इंजेक्शन दे रहे हो. नर्स को गंदी गालियां देने लगा.
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परिजनों ने शपथपत्र देकर की गलती स्वीकार
इस दौरान मरीज के कुछ परिजन भी वहां पंहुच गए. मरीज को कोविड सेंटर से ले जाने की बात कहने लगे. जिसपर डॉक्टरों ने लिखित में परिजनों से मांगा की हम मरीज का इलाज यहां नहीं कराना चाहते हैं. अपने रिस्क पर हम मरीज को बाहर ले जा रहे हैं. डॉक्टरों की बात सुनते ही मरीज के परिजनों का गुस्सा आसमान से नीचे उतर यहां वहीं इलाज कराने की बात कह. जिसके बाद मरीज के परिजनों ने शपथपत्र लिखते हुए अपनी गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगी.
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थाने में मामले की शिकायत नहीं की गई
लाइवलीहुड कॉलेज कोविड केयर सेंटर के इंचार्ज डॉ. लक्ष्मीकांता आपट ने बताया कि मामले की शिकायत फिलहाल कहीं नहीं की गई है. मरीज का इलाज किया जा रहा है. मरीज को उसके रिपोर्ट के आधार पर दवा दी जाती है. यदि मरीज दवा लेने से मना करे तो अन्य भर्ती मरीजों पर इसका गलत मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है. आवश्यक है कि मरीज डॉक्टर की सलाह माने.