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जशपुर: अब 2, 5 और 30 किलो की पैकिंग में मिलेगी गोठान की वर्मी खाद, कलेक्टर कांवरे ने ली गोधन न्याय योजना की समीक्षा बैठक

कलेक्टर महादेव कांवरे ने गोधन न्याय योजना के संबंध समीक्षा बैठक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए है. उन्होंने समूहों के माध्यम से बनाए जा रहे वर्मी कम्पोस्ट खाद का 2 किलो, 5 किलो और 30 किलो के पैकिंग करने के निर्देश दिए है.

Collector Mahadev Kaware review meeting
समीक्षा बैठक
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Published : Oct 22, 2020, 11:38 AM IST

जशपुर : जिले में गोधन न्याय योजना की क्रियान्वयन के संबंध में कलेक्टर महादेव कांवरे ने समीक्षा बैठक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों से स्व-सहायता समूह के माध्यम से बनाए जा रहे वर्मी खाद की जानकारी ली. साथ ही स्व-सहायता समूह को बत्तख पालन, मुर्गी पालन, मछली पालन के आजीविका से जोड़ने और गोठानों में बनाए जा रहे खाद का विक्रय कराने के निर्देश दिए हैं.


कलेक्टर महादेव कांवरे ने समीक्षा के दौरान कहा कि जिन गोठानों में वर्मी टांका नहीं बना है, वहां वर्मी टांका बनाया जाए साथ ही स्व-सहायता समूह के माध्यम से बनाए जा रहे खाद का विक्रय कराने की प्रक्रिया भी शुरू की जाए. उन्होंने समूहों के माध्यम से बनाए जा रहे वर्मी कम्पोस्ट खाद का 2 किलो, 5 किलो और 30 किलो के पैकिंग करने के निर्देश दिए है. साथ ही कृषि अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा है कि गोठान में वर्मी कपोस्ट खाद तैयार होने के बाद गुणवत्ता का परीक्षण अनिवार्य रूप से कराए, जिससे किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाला खाद उपलब्ध हो सके.

स्व-सहायता समूह को आजीविका से जोड़ने के निर्देश
जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी केएस मंडावी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम चरण के दौरान 64 गोठान पूर्ण हो चुके हैं. द्वितीय चरण के तहत 146 गोठानों में 75 गोठान का कार्य पूर्ण हो चुका है और वहां गोठान समिति बनाया गया है. उन्होंने पशुपालन विभाग और मत्स्य अधिकारी को गोठानों में स्व-सहायता समूह को आजिविका के लिए मछली पालन करने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा है. गोठानों में बने तालाबों में मछली बीज उपलब्ध कराकर आजीविका से जोड़ने को कहा गया है. साथ ही पशुपालन विभाग के तहत मुर्गी, पालन, बत्तख पालन से जोड़कर लाभांवित करने के निर्देश दिए है.

पढ़ें: सरगुजा: एमआईसी सदस्य ने किया अमृत मिशन का निरीक्षण, जल्द काम पूरा करने के दिए निर्देश

उद्यान के लिए वर्मी खाद उपलब्ध कराने के निर्देश

बैठक के दौरान कलेक्टर कांवरे ने खनिज प्रभावित गांव को लाभ देने के निर्देश दिए है. उन्होंने अधिकारियों से गोठानों में एप के माध्मय से गोबर की खरीदी, हितग्राहियों को राशि का भुगतान के बारे में जानकारी ली. बैठक में उद्यान अधिकारी ने बताया कि विभाग को लगभग 300 क्विंटल वर्मी खाद की आवश्कता है. कलेक्टर ने कृषि अधिकारी को निर्देशित करते हुए प्राथमिकता से वर्मी खाद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है.

जशपुर : जिले में गोधन न्याय योजना की क्रियान्वयन के संबंध में कलेक्टर महादेव कांवरे ने समीक्षा बैठक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों से स्व-सहायता समूह के माध्यम से बनाए जा रहे वर्मी खाद की जानकारी ली. साथ ही स्व-सहायता समूह को बत्तख पालन, मुर्गी पालन, मछली पालन के आजीविका से जोड़ने और गोठानों में बनाए जा रहे खाद का विक्रय कराने के निर्देश दिए हैं.


कलेक्टर महादेव कांवरे ने समीक्षा के दौरान कहा कि जिन गोठानों में वर्मी टांका नहीं बना है, वहां वर्मी टांका बनाया जाए साथ ही स्व-सहायता समूह के माध्यम से बनाए जा रहे खाद का विक्रय कराने की प्रक्रिया भी शुरू की जाए. उन्होंने समूहों के माध्यम से बनाए जा रहे वर्मी कम्पोस्ट खाद का 2 किलो, 5 किलो और 30 किलो के पैकिंग करने के निर्देश दिए है. साथ ही कृषि अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा है कि गोठान में वर्मी कपोस्ट खाद तैयार होने के बाद गुणवत्ता का परीक्षण अनिवार्य रूप से कराए, जिससे किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाला खाद उपलब्ध हो सके.

स्व-सहायता समूह को आजीविका से जोड़ने के निर्देश
जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी केएस मंडावी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम चरण के दौरान 64 गोठान पूर्ण हो चुके हैं. द्वितीय चरण के तहत 146 गोठानों में 75 गोठान का कार्य पूर्ण हो चुका है और वहां गोठान समिति बनाया गया है. उन्होंने पशुपालन विभाग और मत्स्य अधिकारी को गोठानों में स्व-सहायता समूह को आजिविका के लिए मछली पालन करने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा है. गोठानों में बने तालाबों में मछली बीज उपलब्ध कराकर आजीविका से जोड़ने को कहा गया है. साथ ही पशुपालन विभाग के तहत मुर्गी, पालन, बत्तख पालन से जोड़कर लाभांवित करने के निर्देश दिए है.

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उद्यान के लिए वर्मी खाद उपलब्ध कराने के निर्देश

बैठक के दौरान कलेक्टर कांवरे ने खनिज प्रभावित गांव को लाभ देने के निर्देश दिए है. उन्होंने अधिकारियों से गोठानों में एप के माध्मय से गोबर की खरीदी, हितग्राहियों को राशि का भुगतान के बारे में जानकारी ली. बैठक में उद्यान अधिकारी ने बताया कि विभाग को लगभग 300 क्विंटल वर्मी खाद की आवश्कता है. कलेक्टर ने कृषि अधिकारी को निर्देशित करते हुए प्राथमिकता से वर्मी खाद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है.

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