जशपुर: पूरे विश्व में क्रिसमस पर्व को लेकर लोगों में खासा उत्साह है. जशपुर जिले में भी क्रिसमस का जश्न शुरू हो गया है. इस मौके पर कुनकुरी के महागिरजाघर और शहर के शांति भवन सहित जिले के सभी चर्च में विशेष प्रार्थना की जाएगी. इसके बाद मध्यरात्रि से ही प्रभु यीशु के जन्मोत्सव का जश्न मनाया जाएगा. इसके लिए मसीहियों ने सारी तैयारियां कर ली है. happy christmas wishes
धर्मगुरु घर-घर पहुंचकर देते हैं संदेश: फिलहाल जिले भर में क्रिसमस की धूम मची हुई है. मसीही समाज के लोग अपने सबसे बड़े पर्व को लेकर उत्साहित हैं. उन्होंने इसके लिए करीब एक माह पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थी. चर्चों को लाइटों से सजाया गया है. इसके अलावा एक महीने पहले फस्ट एडवेंट सन डे से ही इसाई धर्मगुरू गांव-गांव जाकर मसीहियों के घर पहुंच कर उन्हें क्रिसमस के लिए आध्यात्मिक तैयारी करा रहे थे. साथ ही परोपकार का संदेश दे रहे थे.
गिरजाघरों में क्रिसमस की तैयारियां पूरी: जिले के गिरजाघरों में क्रिसमस की तैयारियां और सजावट पूरी हो गई है. इस मौके पर कुनकुरी के महागिरजाघर को रोशनी से सजाया गया है. शाम ढलते ही गिरजाघरों की ओर मसीही समाज के लोगों का आना-जाना शुरू हो जाता है. क्रिसमस मनाने के लिए गिरजाघरों में खास इंतजाम किए गए हैं. जिले के गिरजाघरों के साथ-साथ मसीही समाज के लोगों ने यीशु के आगमन की प्रतीक्षा में अपने घरों की सजावट पूरी कर ली है. समाज के लोगों ने अपने घरों में चरनी, क्रिसमस ट्री, स्टार से सजावट की है. शहर के शांति भवन सहित घोलेंग, जरिया, गिनाबहार, अंबाकोना, घाघरा सहित जिले के सभी चर्चो में क्रिसमस की तैयारी पूरी हो चुकी है.
कुनकुरी महागिरजा में रात 10.30 बजे से शुरू होगा कार्यक्रम: जिले के सभी चर्चों के साथ ही कुनकुरी के महागिरजाघर में प्रभु यीशु के जन्मोत्सव की तैयारी की गई है. यहां शाम से ही शहर सहित आसपास के गांवों से मसीही समाज के लोग प्रार्थना के लिए एकत्र होंगे. रविवार की रात 10.30 बजे से कार्यक्रम शुरू हो जाएगा. प्रार्थना और मिस्सा पूजा के बाद मध्य रात्रि 12 बजे प्रभु का जन्म होगा. इसके बाद बालक यीशु को चरनी से निकालकर उनका चुमावन होगा. वहां उपस्थित सभी मसीही अपने ईष्ट बालक यीशु को गोद में उठाकर उन्हें चूमेंगे. प्रभु के जन्म के बाद से ही लोग एक-दूसरे को बधाई देने लगेंगे. इसके साथ ही पूरा अंचल क्रिसमस की खुशियों में डूब जाएगा. कुनकुरी में करीब 10 से 15 हजार लोगों के जुटने की संभावना है. यहां बिशप स्वामी एमानुएल केरकेट्टा अनुष्ठान कराएंगे.
इन पकवानों का है विशेष महत्व: क्रिसमस के दिन मसीही समाज की महिलाएं प्रभु यीशु का जन्मोत्सव मनाने के लिए केक, अनरसा और अन्य मीठे पकवान बनाती हैं. सोमवार को प्रार्थना, मिस्सा पूजा, जन्मोत्सव के बाद दूसरे दिन मंगलवार को भी लोग खास तरीके से सेलिब्रेट करेंगे. इस दिन केक का विशेष महत्व होता है.